कैरी का सूखा अचार स्कूल , ऑफिस , सफर या पिकनिक के लिए एक अच्छा विकल्प है , क्योंकि तेल फैलने का डर नहीं होता है। सब्जी पसंद की नहीं हो तो अचार से काम चल जाता है साथ ही खाने में रूचि भी बढ़ जाती है।
केरी का सूखा अचार keri ka sukha achar बनाना आसान हैं। इस अचार में तेल बहुत कम लगता है और इस अचार को पूरी तरह तेल मे डुबो कर नहीं रखना पड़ता है।
केरी का सूखा अचार बनाने की सामग्री
Keri ka sukha achar ingredients
कैरी 1 किलो
नमक 120 ग्राम
हल्दी 25 ग्राम
लाल मिर्च 25 ग्राम
पीसी राई 50 ग्राम
सौँफ 50 ग्राम
मेथी 25 ग्राम
कलोंजी 10 ग्राम
हींग 1/2 ग्राम
तेल 100 ग्राम
एसिटिक एसिड 1 चम्मच ( 5 ml )
( कृपया ध्यान दें : लाल रंग से लिखे शब्द पर क्लिक करके उसके फायदे नुकसान जानें )
कच्चे आम का सूखा अचार बनाने की विधि
Aam ka sukha achar banane ka tarika
— कच्चे आम धोकर दो घंटे के लिए पानी में भिगो कर रखें।
— पानी से केरी निकाल कर कपड़े से पोंछ कर सूखा लें ।
— केरी के डण्ठल वाले हिस्से को काट कर हटा दें।
— केरी की गुठली निकाल दें व लम्बे या चौकोर मन चाहे टुकड़े काट लें लेकिन बहुत जायदा बड़े टुकड़े नहीं काटे।
— नमक व हल्दी मिलाकर दो दिन के लिए रख दे। हर – सात आठ घंटे में इसे हिलाते रहें । इसमें कुछ पानी छूटता है।
— सूखी कढ़ाई में मेथी , राई की दाल व सौंफ अलग -अलग भून ले।
— ठंडा होने पर भुने हुए मसालों को दरदरा पीस लें ।
— कलौंजी को भी धीमी आंच पर दो मिनिट सेक कर नमी निकाल लें।
— केरी को नमक हल्दी के पानी से निकाले व 10 -12 घंटे मलमल के कपड़े पर फैला दें ताकि कैरी की नमी निकल जाएगी।
— कच्चे आम का निकला हुआ पानी अलग रख लेंगे फेंकना नहीं हैं।
— कढ़ाई में तेल डालकर गरम होने के लिए रखें धुआँ आने (smoking point ) पर गैस बंद कर दे , थोड़ा ठंडा होने दे।
— गुनगुने तेल में पिसी हुई हींग डालें।
— अब भुना हुआ पिसा मसाला , कलौंजी , हल्दी और मिर्च डालें व चम्मच से मिला लें ।
— पहले से तैयार किये केरी के टुकड़े भी मिला ले।
— पहले से रखा हुआ कच्चे आम के टुकड़ो का नमक वाला पानी भी मिला ले।
— एक घंटे बाद अचार जब पूरा ठंडा हो जाये तो इसमें एसिटिक एसिड डाल कर मिक्स कर दें ।
— तीन चार दिन इसे धूप में रखे व साफ चम्मच से रोजाना हिलाते रहे।
— तीन चार दिन में सारा मसाला गल जायेगा।
— आम का सूखा अचार बन कर तैयार है।
कैरी के सूखे अचार के टिप्स – Tips
— कैरी का बिना तेल वाला अचार बनाने के लिए पतले छिलके की गूदेदार बिना रेशे वाली गुठली वाली कैरी लें।
— इस अचार को बनते समय धूप में रखने व साफ चम्मच से रोजाना हिलने से अचार जल्दी से खराब नहीं होता है।
— यह अचार बारिश शुरू होने से पहले ही डाल ले ताकि धूप में अचार अच्छी तरह से बनकर तैयार हो जाये।
— अचार बनाने के लिए मोटी सौंफ काम में लेते हैं।
— अचार गुनगुने तेल में बनाने से कोई भी तरह की नमी नहीं रहेगी इससे अचार खराब नहीं होगा।
— हल्दी व लाल मिर्च गुनगुने तेल में डालने से अचार का रंग खिल कर आता है लेकिन ध्यान रहे तेल ज्यादा गर्म नहीं हो अन्यथा मसाले जल जायेगे और अचार काला पड़ सकता है।
— आम के सूखे अचार में तेल बहुत कम डाला जाता है इस अचार को तेल मे डुबोकर नहीं रखा जाता है।
— अचार को महीने में एक दिन धुप में रखा जाये तो अचार जल्दी से खराब नहीं होता है।
— Aam Ka Sukha Aachar बिना प्रिज़र्वेटिव के भी पूरे साल खराब नहीं होता हैं लेकिन यदि अचार में नमी रह जाए तो अचार खराब हो सकता हैं इसीलिए अचार में एसिटिक एसिड डालने से अचार खराब होने की संभावना समाप्त हो जाती हैं।
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