पेशाब कंट्रोल नहीं कर पाना यूरिन इनकॉन्टिनेंस – Urin Incontinence

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पेशाब कंट्रोल नहीं कर पाना और ना चाहते हुए भी थोड़ा बहुत निकल जाना एक आम समस्या है। इसमें पेशाब की थैली Urin bladder पर नियंत्रण कम हो जाता है और अक्सर कपड़ो में ही सुसु su su आ जाती है।

अधिक उम्र के लोगों को विशेषकर महिलाओं को यह समस्या अधिक होती है। किसी को सिर्फ खांसने , छींकने या अचानक हँसी आने से यूरिन निकल जाता है और किसी को इतना तेज प्रेशर बनता है कि टॉयलेट तक पहुँचने से पहले ही कपड़े गीले हो जाते हैं , रोक नहीं पाते। इसके कारण कई बार बहुत शर्मिंदगी भी उठानी पड़ जाती है।

युरिन कंट्रोल ना कर पाना

इसका इलाज संभव है। दवा लेने से और दिनचर्या में कुछ बदलाव करने से इस परेशानी से मुक्ति पाई जा सकती है। यदि यह समस्या हो तो डाक्टर से परामर्श जरूर कर लेना चाहिए अन्यथा हो सकता है कि समस्या अधिक गंभीर हो जाये।

कभी कभी इसकी शर्मिंदगी के कारण लोग बाहर आना जाना भी कम कर देते हैं। कभी कभी तेज प्रेशर के कारण भागते हुए टॉयलेट की तरफ जाने से दुर्घटना होने की भी संभावना होती है।

यह कोई बीमारी नहीं है। यह एक लक्षण है। जिसका चिकित्सक से परामर्श के बाद इलाज हो सकता है। इलाज नहीं करवाने पर त्वचा में रेशेज या UTI जैसी परेशानी उत्पन्न हो सकती है। अतः निसंकोच होकर इलाज के लिए चिकित्सक से सलाह कर लेनी चाहिए ।

पेशाब की अन्य तरीके की परेशानी भी हो सकती है जैसे पेशाब रुक रुक का आना , पेशाब के रंग में बदलाव , मूत्र के साथ अन्य प्रकार के स्राव आदि , इन सबके बारे में तथा उपाय जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

यूरिन कैसे और क्यों लीक हो जाता है

Urin kyo kaise leek hota he hindi me

खाँसी चलने , छींक आने , अचानक तेज हँसने से तथा कोई भारी वस्तु उठाने या एक्सरसाइज करने के कारण पेशाब की थैली Bladderपर दबाव पड़ने से मूत्र लीक हो सकता है।

कभी कभी इतना तेज प्रेशर बन जाता है कि यूरिन पर कंट्रोल नहीं रहता और न चाहते हुए भी कपड़ों में ही यूरिन हो जाता है। यह मूत्र  संस्थान में इन्फेक्शन , डायबिटीज या किसी न्यूरोलॉजिकल समस्या के कारण हो सकता है।

पेशाब करने के बाद कुछ मात्रा में यूरिन कपड़ों में लीक हो जाता है। ऐसा ब्लैडर के पूरी तरह खाली नहीं हो पाने के कारण हो सकता है।

किसी शारीरिक या मानसिक अवस्था के कारण टॉयलेट पहुँचने से पहले कपड़े गीले हो सकते हैं। जैसे जोड़ों में तेज दर्द हो तो कपड़े खोलने में देर हो सकती है और कपड़ों में ही Peshab आ सकती है।

पेशाब कंट्रोल नहीं कर पाने के कारण

Urin par control nahi hona reasons hindi me

उम्र : उम्र बढ़ने पर ब्लैडर की मूत्र इकठ्ठा करने की क्षमता तथा उसे कंट्रोल करने वाली मांसपेशी की ताकत कम हो जाती है। थोड़ी भी मात्रा अधिक होने पर तेज प्रेशर बनने लगता है और कंट्रोल होना मुश्किल हो जाता है।

डायबिटीज : इस परेशानी से ग्रस्त होने पर पेशाब ज्यादा और बार बार आता है जिसके कारण toilet समय से नहीं जा सकने पर यूरिन लीक होने की संभावना होती है। डायबिटीज के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

गर्भावस्था : गर्भावस्था में महिलाओं के हार्मोन के बदलाव और गर्भाशय में शिशु का वजन बढ़ने से यूरिन इंकॉन्टिनेंसी की समस्या हो सकती है।

डिलीवरी  : बच्चे को जन्म देने के बाद ब्लेडर की मांसपेशियां या नर्व कमजोर हो सकती है और यह समस्या पैदा हो सकती है।

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मेनोपॉज : मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन हार्मोन बनना कम हो जाता है। यह हार्मोन पेशाब की नली और ब्लैडर को स्वस्थ रखता है। इसकी कमी के कारण mutra लीक हो सकता है।

गर्भाशय निकलवा देना  : आजकल गर्भाशय निकलवाने वाले ऑपरेशन बहुत होते हैं। इस ऑपेरशन के समय पेल्विक फ्लोर मसल को नुकसान होने पर पेशाब लीक हो जाने की परेशानी हो सकती है।

प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ना : पुरुषो में प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ जाने से अपने आप पेशाब लीक होने की समस्या पैदा हो सकती है।

रूकावट : मूत्र संसथान में गांठ या पथरी आदि होने से मूत्र सही तरीके से नहीं आ पाता। ऐसे में पेशाब लीक होने की दिक्कत हो सकती है।

न्यूरोलॉजिकल : पीठ की चोट , ब्रेन ट्यूमर , स्ट्रोक , पार्किंसन डिजीज आदि की स्थिति में ब्लैडर पर कंट्रोल कम होकर यह परेशानी सामने आ सकती है।

अनुवांशिकता : यदि परिवार में किसी एक सदस्य को यह परेशानी है तो अन्य सदस्य को भी यह हो सकती है।

मोटापा : अधिक वजन के कारण ब्लैडर तथा आस पास की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है जिससे ये कमजोर हो सकती है और खाँसी या छींक जैसी सामान्य गतिविधि के कारण पेशाब लीक हो सकता है।

धूम्रपान : तम्बाकू में मौजूद विषैले तत्वों के कारण यूरिन इनकॉन्टिनेंस जैसी दिक्कत पैदा हो सकती है।

कुछ पेय , खाने पीने की वस्तु या दवा के कारण भी पेशाब का प्रेशर अधिक बनता है ऐसे में लीक होने की संभावना बढ़ सकती है। जैसे –

अधिक शराब , चाय , कॉफी , कोल्ड ड्रिंक , कृत्रिम मीठा , चॉकलेट आदि

अधिक मिर्च मसाले , शक्कर या अम्लता वाला भोजन

मांसपेशियों पर असर करने वाली कुछ दवाएं

सिट्रस फल जैसे नारंगी , मौसमी आदि का अधिक उपयोग

विटामिन C की अधिक मात्रा

पेशाब लीक होने से रोकने के घरेलु उपाय

Urin control karne ke Gharelu Upay

—  कुछ सामान्य से चीजों का ध्यान रखें जैसे वजन पर नियंत्रण रखें। शराब , ज्यादा चाय , कॉफी और एसिडिक चीजें ना ले , कब्ज ना रहने दें।

—  धूम्रपान ना करें।

—   एक विशेष एक्सरसाइज से इसमें आराम मिल सकता है , जिसे पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज कहते हैं। इसे केगल एक्सरसाइज के नाम से भी जाना जाता है। इससे ब्लैडर पर कंट्रोल बढ़ता है और पेशाब लीक हो जाने की दिक्कत दूर करने में मदद मिलती है। इस एक्सरसाइज का फायदा सभी को हो सकता है चाहे महिला हो या पुरुष।

पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज करने का तरीका

Pelvic floor exercise kaise karte he

पेल्विक फ्लोर मसल को टाइट करें। आठ तक गिने फिर ढीला छोड़ दें। आठ तक गिन कर फिर से टाइट कर लें , फिर ढ़ीला छोड़ें । ऐसा 10 -12 बार करें , दिन में तीन बार यह एक्सरसाइज करें।

पेल्विक फ्लोर मसल को पहचानने का तरीका यह है – पेशाब करते समय बीच में ही रोक दें फिर शुरू करें , फिर रोकें । ऐसा करने के लिए जो मांसपेशियां काम आ रही हैं ये ही पेल्विक फ्लोर मसल हैं। ऐसी ही क्रिया बाहर करनी है बिना पेशाब करते हुए। इन मांसपेशियों को पहचानने के बाद ये एक्सरसाइज आसानी से की जा सकती है।

—  मैग्नीशियम की कमी के कारण मांसपेशियाँ पूर्णतः रिलैक्स नहीं हो पाती। मैग्नीशियम से ब्लैडर सम्पूर्ण रूप से खाली करने में मदद मिल सकती है अतः अपने भोजन में मैग्नीशियम युक्त आहार जैसे केला , दही , मेवे आदि बढ़ा दें। मैग्नीशियम की कमी के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

—   विटामिन D की कमी के कारण भी मांसपेशियां कमजोर हो सकती है और यह यूरिन इनकॉन्टिनेंसी का कारण बन सकता है। इसके लिए कुछ देर धुप का सेवन जरुर करना चाहिए। विटामिन D के लिए कितनी धूप लेनी चाहिए यह जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

—  कुछ योगासन से मूत्र संस्थान की अच्छी एक्सरसाइज हो जाती है। साथ ही इससे मानसिक और शारीरिक मजबूती मिलती है। इसके लिए मूल बंध , उत्कटासन , त्रिकोणासन , मलासन आदि से लाभ हो सकता है। इन्हे विशेषज्ञ से सीख कर ही करना चाहिए।

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