फलाहारी कढ़ी राजगीर के आटे की – Rajgeer aata kadhi recipe

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फलाहारी कढ़ी  Falahari kadhi  व्रत में खाई जा सकती है। यह Rajgire ki kadhi  या  Singhade ki kadhi  भी कहलाती है। इसे बनाने में राजगीर या सिंघाड़े के आटे का उपयोग किया जाता है। इस Falahari कढ़ी से सम्पूर्ण थाली या भोजन की संतुष्टि प्राप्त होती है। कुट्टू के आटे से भी falahari कढ़ी बनाई जा सकती है।

छाछ और आटे से बनने वाली ये Falahari कढ़ी अपनी पसंद के अनुसार किसी भी सागारी आटे राजगीर , सिंघाड़ा या कुटटु से बना सकते हैं। राजगीर के आटे की कढ़ी सबसे ज्यादा पसंद की जाती है।

आइये जानें राजगीर के आटे की कढ़ी बनाने के लिए क्या सामान चाहिए और इसे कैसे बनाते हैं –

राजगीर की कढ़ी बनाने की सामग्री

Ingrediant For Rajgir Kadhee

कृपया ध्यान दे : किसी भी लाल रंग से लिखे शब्द पर क्लीक करके उसके फायदे विस्तार से जान सकते हैं। 

छाछ                                              2  कप

राजगीर आटा                             2  बड़े चम्मच

घी                                              2  चम्मच

अदरक                                     1 / 2  इंच

हरी मिर्च                                                1

जीरा                                    1 / 2  चम्मच

लौंग                                                    2

साबुत लाल मिर्च ( ऐच्छिक )                         2

चीनी ( ऐच्छिक )                             1  चम्मच

सेंधा नमक                                   स्वादानुसार

हरा धनिया                             गार्निशिंग के लिए

राजगीर की कढ़ी बनाने की विधि

Rajgeer kadhi recipe

—  राजगीर का आटा छान लें।

—  अदरक को छीलकर इसका बारीक़ पेस्ट बना लें।

—  हरी मिर्च को धोकर छोटे टुकड़ों में काट लें।

—  हरे धनिये को धोकर बारीक़ काट लें।

—  छाछ मे राजगिरे का आटा डालकर अच्छे से मिक्स कर लें।

—  इसमें कटी हुई हरी मिर्च , पिसी हुई काली मिर्च और अदरक का पेस्ट मिला दें।

—  अब इसे गैस पर धीमी आंच पर पकने के लिए चढ़ा दें। लगातार धीरे धीरे हिलाते रहें। जब कढ़ी उबलने लगे तब  हिलाना बंद कर सकते हैं।

—  उबाल आने पर इसमें नमक और चीनी मिला दें।

—  दस मिनिट धीमी आंच पर उबलने दें।

—  छोंका लगाने वाले बर्तन में घी गर्म करें। इसमें जीरा, साबुत लौंग व लाल मिर्च डालकर इसे कढ़ी में मिला दें। दो मिनट बाद गैस बंद कर दें।

—  राजगीर की सागारी कढ़ी फलाहार के लिए बनकर तैयार है।

—  Rajgir Kadhee को बारीक़ कटे धनिये से सजाकर  गर्मागर्म कढ़ी का आनन्द लें ।

फलाहारी कढ़ी टिप्स

Falahari kadhi tips

—  सिंघाड़ा कढ़ी , कुट्टू कढ़ी व राजगीर कढ़ी बनाने के लिए ये आटे बाजार में पंसारी के यहाँ या मॉल में आसानी से मिल जाते हैं। इन्हें खरीदते समय देख ले कि ये पुराने नहीं हों ।

—  व्रत वाली कढ़ी बनाते समय लगातार हिलाते रहे अन्यथा कढ़ी फट सकती हैं।

—  सागारी कढ़ी बनाने के लिए आटा मिक्स करते समय अच्छे से मिक्स कर दें।  इसमें गुठलियाँ नहीं रहनी चाहिये।

—  व्रत की कढ़ी में कुछ लोग लाल मिर्च लेते हैं और कुछ लोग नहीं लेते । साबुत लाल मिर्च ना डालना चाहें तो इसके बिना ही बना लें।

—  चीनी ऐच्छिक है। चाहें तो डालें अन्यथा नहीं।

—  कढ़ी पतली या गाढ़ी जैसे पसंद हो उसके हिसाब से उबलते समय पानी मिलाया जा सकता है।

इन्हे भी जानें और लाभ उठायें :

कुटटू के आटे की पूड़ी / साबूदाना खिचड़ी / आलू का चिल्ला / सिंघाड़े के आटे का हलवा / साबूदाना और आलू की सेव ( मूरके ) / आलू की चिप्स / बादाम का हलवा / ठंडाई / बादाम पिस्ते वाला दूध

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