आम के फायदे , पोषक तत्व का लाभ कैसे उठायें – Mango benefits

9224

आम Mango फलों का राजा यूं ही नहीं कहलाता है । ये भारत का राष्ट्रीय फल है। मीठे आम के स्वाद , सुगंध और गुणों की बराबरी करना किसी भी फल के लिए संभव नहीं है।

AAM की किस्में जैसे दशहरी , लगड़ा , केसर , अलफांसो ( हापुस ) , सफेदा , नीलम , तोतापुरी , बंगनपल्ली , रसपुरी, हिमसागर आदि का नाम सुनकर ही मुँह में पानी आ जाता है। शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसे आम खाना पसंद ना हो।आमदुनिया में आम की पैदावार सबसे ज्यादा भारत में होती है। भारत में 180  -200 लाख टन आम का उत्पादन होता है।  AAM की लगभग 400 प्रकार की विभिन्न किस्में उपलब्ध है। मई-जून के महीनों में बाजार में AAM खूब मिलता है। बारिश शुरू होने के बाद आम बेस्वाद हो जाता है।

आम के उपयोग – Mango Uses

भारत में आम कई प्रकार से काम लिया जाता है। कच्चे AAM से कई प्रकार के अचार बनते हैं , पना बनता है।

कच्चे AAM से मुरब्बा और अमचूर भी बनते है । पका हुआ AAM अमरस बनाने में , आम की लस्सी बनाने में, जूस में, फ्रूट बार में , शेक बनाने में , आइसक्रीम बनाने में उपयोग में लिया जाता है। आम के पापड़ भी बनाए जाते है।

कृपया ध्यान दे : किसी भी लाल रंग से लिखे शब्द पर क्लीक करके उसके बारे में विस्तार से जान सकते हैं। 

आम के पोषक तत्व – Mango Nutrients

Aam se kya milta he

आम में विटामिन “A “, विटामिन ” C “, विटामिन “K ” विटामिन ” E “और फोलेट प्रचुर मात्रा में होते है। इसमें विटामिन ” B ” समूह , पोटेशियम , कैल्शियम ,फास्फोरस , मैग्नेशियम , कॉपर और फाइबर भी पर्याप्त मात्रा में होते है। इसके अलावा मेंगो में ओमेगा -3 और ओमेगा -6 फैटी एसिड भी होते है।

मेंगो की गुठली , पत्ते , छाल , लकड़ी आदि सभी चीजें काम में लाई जाती है। मेंगो के पत्तों से बांधनवार बनाकर शुभ कार्यों में और त्यौहार के समय दरवाजे पर लगाई जाती है। AAM की गुठली एक गुणकारी औषधि है।

आम के फायदे और घरेलू नुस्खे  – Mango Benefits

आम में मौजूद पोषक तत्वों का लाभ दूध की मौजूदगी में अधिक मिलता है। जैसे आम के विटामिन A के अवशोषण के लिए फैट जरुरी होता है जो दूध में होता है।

( इसे पढ़ें : विटामिन A के कमी के लक्षण और इसे कैसे दूर करें )

दिमागी ताकत

एक कप पके Mango के रस में एक कप दूध ,एक चम्मच अदरक का रस और स्वाद के अनुसार मिश्री मिलाकर पीने से रोजाना कुछ दिन लेने से दिमाग को बहुत शक्ति मिलती है। इससे खून साफ होता है। आंख के आगे अंधेरा आना ठीक होता है। पुराना सिरदर्द ठीक हो जाता है। स्मरण शक्ति बढ़ती है।

पाचन तंत्र

पाचन तंत्र के लिए आम लाभदायक होता है। रेशेदार आम सुपाच्य , गुणकारी और कब्ज को दूर करने वाला होता है। AAM  में रेचक और पोषक दोनों गुण होते है। आम लीवर को शक्तिशाली बनाता है। खून की कमी को दूर करता है। आम के रस में सौंठ का पावडर मिलाकर पीने से पाचन शक्ति सुधरती है।

लू लगने पर उपाय

तेज गर्मी से लू लग जाती है। जी घबराने लगता है। मुँह सूख जाता है। प्यास बहुत अधिक लगती है। इसमें हाथ पैरों से पसीना छूटने लगता है। इससे बचने के लिए केरी का पना पीना चाहिए। यदि लू लगी हो तो भी केरी का पना दिन में दो तीन बार पीने से आराम मिलता है।

लू के बारे में विस्तार से जानने यहाँ क्लिक करें

केरी का पना बनाने का तरीका :

—  एक मध्यम आकार की कच्ची व कड़क केरी को उबाल लें।

—  इसका नरम गूदा निकालकर अलग कर लें। गुठली व छिलका फेंक दें।

—  गूदे को मथ  कर इसमें लगभग एक लीटर पानी मिला लें।

—  अब इसमें आधा चम्मच भुना पिसा जीरा , चौथाई चम्मच काला नमक , दो चम्मच शक्कर , थोड़ी सी काली मिर्च या लाल मिर्च और चार पाँच पत्ते पोदीना पीस कर मिला दें।

—  स्वाद के अनुसार मसाले कम या ज्यादा कर सकते है।

—  ये केरी का स्वादिष्ट पना तैयार है।

इसे ठंडा करके गर्मी में पीने से लू नहीं लगती है। मेहमान की आवभगत के लिए भी यह पना पेश किया जा सकता है। इसके साथ पानी पतासी का भी आनंद उठा सकते है। बच्चे , बड़े सभी को ये पेय बहुत पसंद आता है।

केरी का पना

सौंदर्य

आम नियमित खाने से स्किन का रंग निखरता है। इससे त्वचा स्वस्थ और कोमल हो जाती है। झुर्रिया , दाग धब्बे व झाइयाँ ठीक होते है।

आम की गुठली की गिरी और जामुन की गुठली की गिरी दोनों को समान मात्रा में लेकर पानी के साथ पीस कर लेप बना लें। रात को सोते समय इसे चेहरे पर लगा लें और सुबह धो लें। इससे दाग धब्बे झाइयाँ ठीक हो जाते है।

पेचिश व दस्त

आम की गुठली , बील गिरी और मिश्री समान मात्रा में पीस कर दो चम्मच दिन में तीन बार लेने से दस्त ठीक हो जाते है। AAM की गुठली पीस कर छाछ में मिलाकर पीने से दस्त में रक्त आना बंद होता है।

AAM के पत्ते सुखाकर पीस लें। इन्हे बारीक छलनी से छान लें। आधा चम्मच गर्म पानी से दिन में तीन बार ले। दस्त में आराम आएगा। आम के कोमल नए पत्ते बारीक पीस कर पानी में घोलकर पीने से खूनी पेचिश में लाभ होता है।

मजबूत दाँत

आम के हरे पत्ते सुखाकर जलाकर पीस लें। आम की गुठली बारीक पीस कर इसमें मिला दें। दोनों को मिलाकर बारीक छलनी से छान लें।

रोजाना इससे मंजन करने से दाँत सफेद और मजबूत होते है। दाँत में दर्द ठीक होता है। रोजाना आम के पत्ते कुछ देर चबा कर थूकने से दाँत हिलना बंद होता है और मसूड़ों से खून आना मिटता है।आम के पत्ते

बवासीर

आम के 10-12 कोमल नए पत्ते बारीक पीस कर एक गिलास पानी में घोल लें इसमें  मिश्री मिलाकर पिएँ। इससे बवासीर में रक्त आना बंद हो जाता है।

नकसीर

आम के बौर ( फल आने से पहले आने वाला फूल ) को पीस कर सूंघने से नकसीर आनी बंद होती है। AAM  की गुठली की गिरी पीस कर सूंघने से नकसीर बंद हो जाती है।

उल्टी

Mango के दो पत्ते और पोदीने के 15-20 पत्ते बारीक पीस कर एक गिलास पानी में मिलाकर छान लें। इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पीने सेउल्टी होनी बंद हो जाती है।

भांग का नशा

आम की गुठली को पीस कर पानी में घोलकर लेने से भांग का नशा उतर जाता है।

कीड़े का दंश

यदि मकड़ी , ततैया , बरसाती कीड़ा , बिच्छू आदि काट ले तो AAM  की गुठली पानी के साथ घिस कर ये लेप लगाने से जलन और दर्द में आराम मिलता है। आम की अमचूर और लहसुन बराबर मात्रा में लेकर पीस कर लगाने से बिच्छू के काटने पर जहर का असर कम हो जाता है।दर्द में आराम आ जाता है।

शुक्रवर्धक

आम के रस में दूध मिलाकर पीने से वीर्य की दुर्बलता नष्ट होती है। रोजाना दो -तीन AAM खाकर ऊपर से एक ग्लास दूध पीने से वीर्य वृध्धि होती है। शुक्राणु पुष्ट होते है। दो महीने तक लगातार शाम के समय एक कप अमरस में एक कप दूध मिलाकर पीने से शरीर की कमजोरी दूर हो जाती है ।

खून साफ होता है । मर्दाना ताकत में जबरदस्त बढ़ोतरी होती है। शीघ्र पतन ठीक होता है। पके AAM के रस में मिश्री , इलायचीलौंग या अदरक स्वाद के अनुसार मिलाकर पीने से शुक्राणु की संख्या में बढ़ोतरी होती है। पेशाब खुलकर आता है। स्फूर्ति बढ़ जाती है। इससे दुबले पतले लोग भी हष्ट पुष्ट हो जाते है।

क्लिक करके जानिए इनके गुण :

बादाम / अखरोट / अंजीर पिस्ता काजू खजूर / पपीता / संतरा  / अमरुद  / सीताफल  / बील  / सेब /  आँक्ला  /  केला  / अनार  / नाशपति