दमा या अस्थमा Asthama फेफड़ों में होने वाली परेशानी है। फेफड़ों की बारीक नलियाँ सिकुड़ने से साँस लेने में परेशानी, सीने में भारीपन , साँस में घरघराहट की आवाज, खांसी आदि लक्षण प्रकट हो सकते हैं।
यह लक्षण दिन में कभी कभी या सप्ताह में कभी कभी हो सकते हैं। सुबह और रात के समय ये तकलीफ बढ़ जाती है। ठंडी हवा , शारीरिक गतिविधि बढ़ने पर भी परेशानी होने लगती है। इस प्रकार की परेशानी अस्थमा या दमा कहलाती है।
धूल , धुआं , तेज खुशबु , जुकाम , सूखा कफ , स्नायु विकार तथा एलर्जी आदि से अस्थमा का अटैक हो सकता है। इसके अलावा तली , चटपटी , खट्टी चीजें खाना आदि भी अस्थमा की वजह बन सकते है ।
Asthma ke gharelu nuskhe इस परेशानी में आराम दिला सकते है।
दमा अस्थमा के घरेलु उपचार
Ashthma Ke Gharelu Nuskhe
कृपया ध्यान दें : किसी भी लाल अक्षर वाले शब्द पर क्लीक करके उसके बारे में विस्तार से जान सकते है।
— सहजन की 10 -12 पत्तियों को एक गिलास पानी में 5 मिनट तक उबाल ले। ठण्डा होने पर इसे छान लें।
इस पानी में चुटकी भर सेंधा नमक , काली मिर्च व एक चम्मच नीम्बू का रस मिलकर पीने से अस्थमा ठीक होता है।
— एक गिलास पानी में आधा चम्मच मेथीदाना डालकर उबाले। जब एक तिहाई रह जाये तब छानकर ठण्डा कर ले। इस पानी में एक चम्मच शहद व आधा चम्मच अदरक का रस मिलाकर पिए। सुबह व शाम को ये प्रयोग करने से अस्थमा में बहुत आराम मिलता है।
— अंजीर को रात को पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट ये अंजीर खाने से कफ कम होकर अस्थमा में आराम मिलता है।
— एक चम्मच करेले का रस , एक चम्मच शहद व आधा चम्मच तुलसी का रस मिलकर सुबह शाम लेने से अस्थमा ठीक होता है।
— दमा का दौरा पड़ने पर हाथ और पैर गर्म पानी में दस -पंद्रह मिनट डुबो कर रखने से आराम मिलता है।
— दो चम्मच प्याज का रस और दो चम्मच शहद मिलाकर लेने से दमा ठीक होता है , खांसी , गले की खराश व स्नायु में भी आराम मिलता है।
— एक चम्मच अजवायन और चौथाई चम्मच काली मिर्च पीसकर मिलाकर सुबह शाम गर्म पानी के साथ लेने से दमा ठीक होता है।
— दमबेल ( टाईलोफोरा इंडिका ) का एक बड़ा , मोटा पत्ता लें। इसमें एक काली मिर्च लपेटें और मुह में पान की तरह चबाकर रस को चूसते रहे। अंत में बचा गूदा थूंक दें। पांच -सात दिन ये प्रयोग सुबह खाली पेट करने से अस्थमा में आशातीत लाभ होता है।
— एक कप पानी मे पांच लौंग कूटकर डालें और इसे उबाल लें। हल्का गर्म रहने पर इसमें दो चम्मच शहद डालें। ये पानी सुबह शाम पीने से दमा का कफ निकल जायेगा। खांसी में भी आराम मिलेगा।
— गुड़ – दो चम्मच और सरसों का तेल – दो चम्मच इन दोनों को खरल में अच्छी तरह घोंट लें। रोज सुबह खाली पेट इसे चाट लें। एक दो महीने ये प्रयोग करने से दमा स्थायी रूप से ठीक हो जाता है।
— आधा चम्मच आंवले का चूर्ण और आधा चम्मच मुलहठी का चूर्ण गर्म पानी से सुबह शाम लेने से दम खांसी जुकाम ठीक होते है।
— एक कप गर्म पानी में दो चम्मच शहद , एक चम्मच अदरक का रस और एक चम्मच नींबू का रस डालकर पीने से दम में बहुत आराम रहता है। जब दौरा पड़ रहा हो तब भी इसे लेने से आराम मिल जाता है।
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