नशा करने की आदत से मुक्ति कैसे पाएँ – How to defeat Addiction

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नशा करना Nasha बहुत पुराना चलन है। प्रकृति के प्रकोप से बचने के लिए इंसान ने कई तरह के प्रयोग किये है। कई नयी खाने पीने की चीजें तलाशी गई जो उन्हें प्रकृति से लड़ने की ताकत दे।

जैसे बहुत ठन्डे प्रदेशों के लिए शराब खोजी गई जो दवा के रूप में थोड़ी मात्रा में पीने से सर्दी के असर को कम कर देती है। इसी प्रकार दूसरी नशे की चीजें भी इंसान की मदद के लिए खोजी गयी। लेकिन कुछ लोगों ने इन चीजों का दुरूपयोग करना शुरू कर दिया।

इनको आनंद और विलासिता की वस्तु के रूप में पेश करके इनके व्यापार से खुद का अमीर होने का स्वार्थ पूरा किया। इन्ही लोगों ने शुरू में लत डाली फिर फायदा उठाया। नशे के क्षणिक असर nashe ka asar से प्रभावित होकर लोग इसके चंगुल में फंस जाते है।

अलग अलग जगहों पर अलग अलग तरह की चीजें नशे के लिए nashe ke liye काम में ली जाती है। शराब , सिगरेट , अफीम Afeem , गांजा ganja  , भांग bhang और कई तरह की जानलेवा दवाएँ तक नशा करने में उपयोग होती है। चाय और कॉफी भी एक तरह का नशा ही है।

नशा करने की लत पड़ने के कारण – Reasons of addiction

नशा करने की लत पड़ने के कई कारण होते है। किसी विशेष जाति वर्ग में नशा करना रिवाजों में शामिल होता है। कुछ लोग बड़ों को नशा करते देख कर सीख जाते है। कुछ दोस्तों से सीखते है और कुछ सिर्फ नयापन और आजादी या बड़प्पन दिखाने के लिए।

कुछ लोग इसमें  ख़ुशी और आनंद तलाशते है जो उन्हें कभी नहीं मिलता। कुछ लोग इसे टेंशन कम करने का तरीका समझ कर इसके चंगुल में फंस जाते है।

शुरुआत में सभी ये सोच कर नशा ट्राई करते हैं कि उन्हें लत नहीं पड़ेगी और जब चाहेंगे नशा करना छोड़ देंगे। लेकिन उन्हें पता ही नहीं चलता कब वे इसकी गिरफ्त में इस कदर जकड़ चुके है की चाह कर भी इस गिरफ्त से नहीं निकल सकते।

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नशा करने के नुकसान – After effects of addiction

नशा करने से लाभ कुछ नहीं होता लेकिन इसके नुकसान बहुत ज्यादा है। सिगरेट Cigarette , बीड़ी bidi , हुक्का hukka , गुटका gutka आदि में तम्बाकू होता है। जिसके उपयोग से क्षणिक फुर्ती व ताजगी का अनुभव होता है।

शुरू में नुकसान दिखाई ना पड़ने के कारण इसका उपयोग बढ़ता चला जाता है। तम्बाकू के विषैले तत्व शरीर के लिए बहुत हानिकारक होते है। धीरे धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देते है। तम्बाकू के कारण कैंसर जैसा भयानक रोग हो जाता है। कई लोग तम्बाकू से कैंसर होने के कारण बर्बाद हो जाते है।

शराब Sharab का नशा करना आजकल फैशन सा हो गया है। इसे आवभगत करने का साधन बना लिया गया है। भारत जैसे गर्म प्रदेशों में शराब का उपयोग बिल्कुल उपयुक्त नहीं है। ज्यादा सर्दी वाले देशों में थोड़ी मात्रा में इसका उपयोग सर्दी से बचाव कर सकता है।

शराब का अधिक सेवन या गर्मी के मौसम में इसका उपयोग नुकसानदेह ही होता है। हमारा लीवर शराब को नहीं पचा पाता और रोग ग्रस्त हो जाता है। लीवर हमारे शरीर का बहुत महत्त्वपूर्ण अंग है और यह सैकड़ों प्रकार के काम शरीर के लिए करता है। इसके रोग ग्रस्त होने से पूरे शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ते हैं।

लीवर का महत्त्व और उसके कार्य के बारे में जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

शराब के कारण लीवर पर पड़ने वाले बुरे असर के कारण बुखार , घबराहट , उल्टी , पेटदर्द हो सकते है। भूख बंद हो सकती है।

इसके अलावा शराब से दिमागी शक्ति व स्मरण शक्ति कमजोर हो जाती है । नींद नहीं आती या डिस्टर्ब हो जाती है। शरीर का तापमान बनाये रखने की प्रणाली पर बुरा असर पड़ता है। शराब से दिल की धड़कन असामान्य हो जाती है। इससे साँस लेने में तकलीफ व थकान की समस्या भी हो सकती है।

इसी प्रकार हर प्रकार के नशे का शरीर पर बुरा असर ही होता है। नशा करने वाले सभी लोग जानते है की एक दिन नशा करने का गम्भीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। नशा करना छोड़ना भी चाहते है। लेकिन छोड़ नहीं पाते। शारीरिक , मानसिक और आर्थिक रूप से बहुत परेशान होने के कारण नशा जिंदगी का अभिशाप बन जाता है।

कृपया ध्यान दें : किसी भी लाल रंग से लिखे शब्द पर क्लीक करके उसके बारे में विस्तार से जानें। 

नशा उतारने के तरीके – How to sober up

नशा करने वाले व्यक्ति का मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है उसे सही गलत का होश नहीं रहता। नशे में व्यक्ति की हरकतें बर्दाश्त के बाहर हो जाती है। इस कारण से दूसरे लोग बहुत परेशान हो जाते है। ऐसे में नशा उतारना जरुरी हो जाता है।

नशा उतारने के उपाय इस प्रकार है :

शराब का नशा उतारने का तरीका  – Liquor , Wine ka nasha

—   एक कप पानी में एक नीम्बू का रस मिलाकर कर हर दस मिनट में पिलाएं।

—  सेब ( apple ) का जूस पिलाएं।

 —  सिर पर ठण्डा पानी डालें।

—  अमरुद खिलाएं।

—  एक गिलास पानी में इमली को भिगोकर मसलकर छान लें। इसमें गुड़ मिलाकर पिलायें।

—  पिसा हुआ धनिया और शक्कर मिलाकर खिलाएं।

—  दो चम्मच देसी घी में दो चम्मच शक्कर मिलाकर खिलाएं।

भांग का नशा उतारने का तरीका – Bhang  ka nasha

—  एक गिलास पानी में इमली को भिगोकर मसलकर छान लें। इसमें गुड़ मिलाकर पिलायें।

—  एक गिलास छाछ पिलाएं।

—  एक कटोरी दही खिला दें।

 नीम्बू का अचार खिलाएं।

—  अमरुद खिलाएं।

 जामुन के पेड़ की कोमल पत्ती खिलाएं।

अफीम का नशा उतारने का तरीका – Afeem ka nasha

—  गुनगुने पानी में या छाछ में शुद्ध हींग मिलाकर पिलाएं।

—  हर एक घंटे से एक कप दूध पिलाएं।

—  पानी में थोड़ी फिटकरी मिलाकर पिलाएं।

—  उल्टी कराएँ और सोने मत दें।

गांजे का नशा उतारने का तरीका – Ganje ka nasha

 पोदीने का रस पिलाएं।

—  एक गिलास पानी में इमली को भिगोकर मसलकर छान लें। इसमें गुड़ मिलाकर पिलायें।

—  देसी घी पिलाएं।

सभी प्रकार के नशे उतारने का तरीका

 अंगूर के रस में नमक , जीरा , कालीमिर्च डालकर पिलाने से हर प्रकार का नशा उतर जाता है।

—  ढाक ( पलाश , केसु ) के पत्ते के दो तीन डंठल मुंह में लेकर चबाने से हर प्रकार का नशा उतर जाता है। ये डंठल पानी के साथ पीस कर छान कर पिलाने से भी नशा उतर जाता है।

—  प्याज का रस पिलाने से हर प्रकार का नशा कम हो जाता है।

शराब छुड़ाने के घरेलु उपाय – How to Leave wine

sharab kaise chudaye

चार गिलास पानी ( लगभग एक लीटर ) कांच के बर्तन में लें। इसमें  100  ग्राम नई देसी अजवायन दरदरी पीस कर भिगो दें। इसे दो दिन भीगने दें। अब इसे धीमी आंच पर उबालें। पानी एक गिलास जितना रह जाये तब उतार कर ठण्डा कर ले।

अगले दिन थोड़ा मसल कर छान लें। इसे एक शीशी में भर लें। जब भी शराब पीने की इच्छा हो तो इसमें से चार पाँच चम्मच पी लें। एक महीने तक इस तरह ये पानी पीने से शराब की लत  sharab ki lat छूट जाती है। थोड़ी इच्छा शक्ति भी मजबूत रखें।

दिन में तीन चार बार उबले हुए सेव खाने से शराब के प्रति घृणा उत्पन्न हो जाती है और शराब पीने की आदत छूट जाती है।

सेव का रस तीन चार बार पीने और सेव अधिक खाने से शराब पीने की तलब नहीं लगती और शराब छोड़ना आसान हो जाता है।

सिगरेट बीड़ी तम्बाकू छुड़ाने के उपाय – How to Leave Tobacco

sigret bidi kaise chudaye

50 ग्राम अजवायन , 50 ग्राम सौंफ और 25 ग्राम काला नमक मिलाकर बारीक पीस लें। इसमें चार चम्मच नीम्बू का रस मिलाकर रात भर के लिए रख दें। अगले दिन सुबह इस चूर्ण को गर्म तवे पर थोड़ा सूखा लें।

इसे एक शीशी में भर लें। जब भी तम्बाकू या सिगरेट की तलब लगे तो ये चूर्ण थोड़ा सा मुँह में डाल  कर चूसें। कुछ दिनों में तम्बाकू की लत tambaku ki lat छूट जाएगी। मन पर काबू रखें।

सिगरेट की तलब talab लगने पर छोटी हरड़ मुँह में रखकर चूसने से तलब शांत हो जाती है। इस तरह आदत छोड़ सकते है।

दालचीनी को बारीक पीस कर इसमें शहद मिला लें। तम्बाकू की तलब लगने पर थोड़ा सा ये शहद चाट लें। तलब मिट जाएगी।

रोजाना चार चम्मच प्याज का रस पीने से तम्बाकू की तलब लगनी बंद हो जाती है। सिगरेट गुटका छूट जाता है।

सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ,भारत सरकार भी नशा छुड़वाने के लिए प्रयासरत है। शराब और दूसरी नशीली चीजों से मुक्ति पाने के लिए नेशनल टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर  1800-11-0031  से भी मदद ली जा सकती है। 

नशे  के चंगुल से अवश्य मुक्त हो सकते है। जरुरत है थोड़े धीरज और इच्छा शक्ति की। ये तो आप भी जानते है कि यदि आपने कुछ करने का निश्चय कर लिया तो फिर आपको कोई रोक नहीं सकता। तो फिर देर किस बात की आपके सबसे बड़े दुश्मन नशे की तलब को दबाकर कुचल दीजिये और आजादी का जश्न मनाइये। 

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