भैंस का दूध Bhens ka doodh ( Buffalo Milk ) और गाय के दूध Cow Milk को लेकर कई लोगों के मन में संशय होता है जैसे कि – भैंस के दूध और गाय के दूध में क्या अंतर होता है , क्या भैंस का दूध लाभदायक नहीं होता , भैंस का दूध पीना चाहिए या नहीं इत्यादि। आइये कुछ डाउट क्लियर करें ।
भैंस का दूध नहीं पीना चाहिए यह कहना बिलकुल गलत होगा। यह जरुर है कि गाय के दूध जैसी कुछ खूबी भैंस के दूध में नहीं होती। लेकिन भैंस का दूध भी पोषक तत्वों से भरा होता है। भैंस के दूध में प्रोटीन , कैल्शियम , मैग्नीशियम , फास्फोरस , जिंक , कॉपर , विटामिन बी 12 , विटामिन A तथा इनके अलावा भी कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं।
इसे भी पढ़ें : गाय का दूध आश्चर्यजनक रूप से लाभदायक क्यों होता है
भैंस और गाय के दूध में अंतर
Difference between buffalo milk and cow milk in hindi
गाय के दूध और भैंस के दूध में अंतर इस प्रकार होता है –
— भैंस के दूध मे गाय के दूध की अपेक्षा कोलेस्ट्रोल कम होता है , लेकिन टोटल फैट अधिक होता है। फैट अधिक होने के कारण ही यह पचने में भारी होता है। गाय के दूध में फैट कम होते है , पचने में हल्का होता है तथा इसमें केलोरी भी कम होती है।
— भैंस का दूध छोटा बच्चा पचा नहीं पाता जबकि गाय का दूध छोटे शिशु को भी दिया जा सकता है।
— भैंस का दूध कफ बढ़ाता है। गाय का दूध पित्त और वात दोष मिटाता है।
— भैंस के दूध में गाय के दूध की अपेक्षा अधिक सॉलिड तत्व होते हैं , इसलिए वो गाढ़ा और अधिक क्रीमी होता है। इसमें गाय के दूध की अपेक्षा लगभग दुगनी मात्रा में फैट होते हैं।
— भैंस के दूध में कैल्शियम , मैग्नीशियम तथा सोडियम गाय के दूध से ज्यादा होते हैं। गाय के दूध में विटामिन तथा प्रोटीन अधिक होते हैं।
— कैल्शियम की अधिकता के कारण भैंस का दूध हड्डी , दांत और पुष्टता के लिए अच्छा होता है जबकि गाय के दूध में आयोडीन भी होता है तथा यह हड्डी , दांत के अलावा थायराइड तथा हार्ट के लिए भी फायदेमंद होता है।
— भैंस का दूध गाढ़ा और अधिक क्रीमी होता है अतः व्यावसायिक रूप से इससे खोया , दही , पनीर , घी आदि बनाये जाते हैं। जबकि गाय के दूध से छेना , सन्देश , रसगुल्ला आदि अच्छे बनते है।
इसे भी पढ़ें : पनीर नर्म और स्पंजी कैसे बनायें घर पर
— भैंस का दूध भारत, पाकिस्तान और इटली में अधिक पिया जाता है जबकि गाय का दूध पूरे विश्व में पिया जाता है।
— गाय के दूध से बना घी पित्त कम करता है और पाचन शक्ति बढ़ता है जबकि भैंस के दूध से बना घी कफ में वृद्धि करता है।
— भैंस का दूध निकालना गाय की अपेक्षा अधिक आसान होता है। दूध निकालते समय भैंस अपेक्षाकृत शांत रहती है।
उपरोक्त बातों से स्पष्ट है कि भैस का दूध बहुत छोटे बच्चे को नहीं देना चाहिए। इसके अलावा बड़े लोग जिनका पाचन तंत्र कमजोर हो तथा जिन्हे कम फैट लेने की सलाह दी गई हो भैंस का दूध नहीं पीना चाहिए।
बाकि सभी लोग भैंस का दूध पी सकते है जो लाभदायक ही सिद्ध होता है। विशेषकर दांतों या हड्डी की कमजोरी में , मसल्स बनाने के शौक़ीन लोगों को जो कड़ा व्यायाम करते हैं भैंस का दूध विशेष रूप से फायदा कर सकता है क्योंकि इसमें प्रोटीन और कैल्शियम की मात्रा अपेक्षाकृत अधिक होती है।
इन्हे भी जानें और लाभ उठायें
शादी के समय पति पत्नी एक दूसरे को क्या वचन देते हैं
कुत्ते को कौनसी चीजें नहीं खिलानी चाहिए
मच्छर क्यों और किसे अधिक काटता है
सूर्य जल चिकित्सा का तरीका और फायदे
क्या अंडा शाकाहारी लोग भी खा सकते हैं
हेल्थ इंश्योरेंस कराने से पहले यह जानना क्यों जरुरी
म्युचुअल फंड की SIP कैसे शुरू करें
अरबी की फलाहारी सब्जी स्वादिष्ट कैसे बनायें
साबूदाना खिचड़ी खिली खिली बनाने की विधि
फूल गोभी खाने से क्या सचमुच आई क्यू लेवल बढ़ता है
नवरात्रा पूजन और घट स्थापना कैसे करें
कार्तिक स्नान का तरीका , लाभ और महत्त्व