आम और चने का अचार बहुत स्वादिष्ट होता है। इससे प्रोटीन के साथ प्रोबायोटिक भी मिलते हैं। इस अचार के लिए काबुली चने काम में लिए जाते हैं। इसलिए इसे काबुली चने और आम का अचार ( Kabuli chana and mango pickle ) भी कहते हैं। चने के पोषक तत्व , विटामिन और फायदे आदि जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
आइये जानें केरी और चने का अचार कैसे बनाते हैं –
आम और चने के अचार की सामग्री
केरी 1 किलो
काबुली चने 150 ग्राम
नमक 100 ग्राम
हल्दी पाउडर 2 बड़े चम्मच
लाल मिर्च पाउडर 2 बड़े चम्मच
मेथी 25 ग्राम
राई की दाल 30 ग्राम
मोटी सोंफ 25 ग्राम
कलोंजी 2 चम्मच
हींग ½ चम्मच
तेल 500 ग्राम
( कृपया ध्यान दें : लाल रंग से लिखे शब्द पर क्लिक करके उसके फायदे नुकसान जानें )
आम और चने का अचार बनाने की विधि
— काबुली चने पानी से धोकर कपड़े पर फैलाकर पानी सूखा लें ताकि चने साफ हो जायें ।
— केरी ( कच्चा आम ) को धोकर पानी में तीन चार घंटे रख दें ।
— केरी को पानी से निकाल कर कपड़े से पोंछ कर सूखा लें ।
— आम का डंठल वाला काला हिस्सा चाकू की मदद से हटा दे व पसंद के अनुसार 8 -10 टुकड़ों में काट लें ।
— केरी की गुठली निकाल दें।
— चने का पानी जब पूरी तरह सूख जाए तब चने व कटी हुई केरी को किसी चौड़े बर्तन में डालकर नमक व हल्दी पाउडर डालकर मिला दें।
— इसे 15-16 घंटे के लिए रख दें व बीच बीच में हिलाते रहें ।
— केरी के पानी से चने पूरी तरह फूल जायेगे।
— मेथी , सोंफ ,राई की दाल को अलग अलग धीमी आँच पर थोडा भून लें। ठंडा होने पर मेथी व सौंफ को दरदरा पीस लें।
— एक बड़े बर्तन में तेल डालकर अच्छी तरह गर्म करें। बर्तन का साइज़ ऐसा हो जिसमे केरी और मसाले आसानी से मिला सकें। तेल अच्छे से गर्म हो जाये तब गैस बंद कर दें।
— तेल में सबसे पहले दरदरी पीसी मेथी डालें , फिर हींग , राई की दाल व दरदरी सौंफ डालकर हिलाएँ ।
— अब कलौंजी व नमक डालकर हिलाएँ ।
— इसके बाद हल्दी व लालमिर्च पाउडर मिला दें।
— हल्दी और लाल मिर्च डालते समय तेल अधिक गर्म ना हो अन्यथा अचार का रंग बिगड़ सकता है।
— अब इसमें तैयार केरी व काबुली चने डालकर अच्छे से मिक्स कर दें।
— पूरी तरह ठंडा होने पर अचार को कांच के चौड़े मुँह वाली बरनी में भर दें।
— बरनी के मुंह पर मलमल का कपड़ा बांधकर 3-4 दिन धूप में रखें ।
— अचार को दिन में दो बार साफ चम्मच से ऊपर नीचे हिला लें।
— 3 – 4 दिन में अचार का मसाला व कैरी गलकर तैयार हो जाती है। अब इसमें अतिरिक्त तेल मिला दें ताकि अचार तेल में पूरी तरह डूब जाये। अतिरिक्त तेल मिलाने के लिए तेल को गर्म करके पूरी तरह ठंडा कर ले , फिर अचार में मिलाएं।
— अचार बनकर तैयार है पूरी, परांठे , चावल – दाल आदि के साथ सर्व करें।
केरी और चना अचार के टिप्स
Keri kabuli chane achar tips
चने केरी का अचार बनाने के लिए चने को पानी से धोकर तुरंत सूखा दे ताकि चने के ऊपर की गंदगी हट जाए ओर चने को फेलाकर कर पानी पूरी तरह सुखाये। काबुली चने अच्छी क्वालिटी के लें ।
— केरी काटने का कटर घर पर नहीं हो तो बाजार से केरी कटवा कर ला सकते हैं।
( इसे भी पढ़ें : आम में कौनसे अत्यधिक लाभदायक विटामिन , खनिज और पोषक तत्व होते है )
— यदि बाजार से कैरी कटवा कर ला रहे है तो कैरी के टुकडों को साफ पानी से धोकर कपड़े से पोंछ ले और चार-पांच घंटे के लिए किसी कपड़े पर फैलाकर थोड़ा सूखा लें।
— कटी हुई कैरी को धोने के लिए पानी में भिगोकर नहीं रखें , कैरी को पानी से धोकर तुरंत सुखने के लिए फैला दें।
— कच्चे आम का अचार बनाने के लिए सरसों का तेल सबसे अच्छा होता है। तिल या मूंगफली के तेल का उपयोग भी किया जा सकता है।
— अचार बनाने के बाद मलमल या सूती के कपडे से ढ़ककर धूप में रखने से अतिरिक्त नमी निकल जाती हैं और अचार लम्बे समय तक खराब नहीं होता हैं।
— केरी का अचार सूखे जार में ही भरे तथा सफाई का पूरा ध्यान रखें। अचार हमेशा तेल में पूरा डूबा रहे इससे अचार लम्बे समय तक ख़राब नहीं होगा।
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