भगवान को भोग कैसे और किसका लगाएँ – Bhagvan ko bhog kaise kiska
भगवान को भोग तो सभी लोग लगाते हैं लेकिन भोग लगाने का सही तरीका क्या है , भगवान को भोग कैसे लगाना चाहिए और भोग...
अधिक मास कब और क्यों तथा इस माह क्या करें क्या ना करें –...
अधिक मास Adhik mas जिसे मल मास Mal mas या पुरुषोत्तम मास Purushottam mas भी कहा जाता है , तीन साल मे एक बार आता है ।...
श्री यंत्र का पूजन , उसे सिद्ध करना और लाभ – Shri Yantra puja...
श्रीयंत्र Shri Yantra का उल्लेख पौराणिक ग्रंथों में मिलता है। यह त्रिपुर सुंदरी महालक्ष्मी का सिद्ध यंत्र है। इसे अत्यधिक शक्तिशाली और महत्वपूर्ण यंत्र माना जाता...
गोमती चक्र से सुख समृद्धि और स्वास्थ्य लाभ – Gomti Chakra
गोमती चक्र समुद्र और नदी में पाए जाने वाले एक घोंघे ( Sea snail ) द्वारा निर्मित होते हैं। गोमती नदी ( द्वारका )...
फुलेरा दोज कब कैसे और क्यों – Phulera doj
फुलेरा दोज Fulera doj भगवान श्री कृष्ण की भक्ति तथा होली के आगमन की तैयारी से सम्बंधित त्यौहार है। इसके अलावा Phulera dooj को...
स्वस्तिक कब क्यों कहाँ बनाते हैं व इसका लाभ महत्त्व क्या है – Swastika
स्वस्तिक Swastika एक महत्वपूर्ण मांगलिक प्रतीक चिन्ह है। किसी भी शुभ कार्य में सबसे पहले स्वस्तिक बनाया जाता है। क्या आप जानते है स्वस्तिक क्या...
संकष्टी चतुर्थी व्रत का महत्त्व , विधि और कथा – Sankashti Chaturthy Vrat
संकष्टी चतुर्थी व्रत sankashti chaturthi vrat गणेश जी की कृपा प्राप्ति के लिए किया जाता है। संकष्टी का अर्थ है - कठिन समय से मुक्ति...
शंख बजाने के फायदे , पूजा वाला असली शंख और उसके प्रभाव – Shankh...
शंख conch से वैसे तो सभी परिचित हैं लेकिन शंख के फायदे , गुण , महत्त्व और वास्तु प्रभाव आदि के बारे में बहुत...
गोगा नवमी व गोगामेड़ी , ददरेवा में गोगाजी का मेला – Gogaji ka mela
गोगा नवमी Goga navmi भाद्रपद कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि अर्थात जन्माष्टमी के अगले दिन मनाई जाती है। इसे गुग्गा नवमी Gugga Navmi भी...
रामदेवरा मेला – Ramdevra mela
रामदेवरा मेला Ramdevra ka mela हर वर्ष भाद्रपद शुक्ल पक्ष की दूज से एकादशी तक भरता है। दूर दूर से लोग रामदेवजी के विशाल...
कैलादेवी मंदिर का चैत्र मेला – Kaila Devi Mela
कैलादेवी का मेला Kailadevi ka mela चैत्र और शारदीय नवरात्रा के अवसर पर आयोजित किया जाता है। चैत्र मेला मुख्य मेला होता है जो...
सुंदर कांड के पाठ से लाभ , तरीका और नियम – Sundar Kand
सुंदर कांड तुलसीदास जी रचित श्रीरामचरितमानस का वह हिस्सा है जिसमे हनुमान जी की महिमा बताई गई है। शुभ अवसर पर सुंदरकांड sundarkand का पाठ...
सत्यनारायण भगवान का व्रत , पूजा विधि तथा सामग्री – Satynarayan puja
सत्यनारायण भगवान की पूजा और व्रत , भगवान विष्णु के सत्य स्वरुप की पूजा है। विष्णु भगवान ही सत्यनारायण हैं।सत्यनारायण भगवान का व्रत परम...
रुद्राक्ष से लाभ , असली की पहचान और कितने मुखी – Rudraksh kya kyo...
रुद्राक्ष Rudraksh का धार्मिक रूप से बहुत महत्त्व है। इसे भगवान शिव का अंश माना जाता है। रूद्राक्ष की माला Rudraksh ki mala को...
देव उठनी एकादशी पूजन विधि व कथा – Dev Uthani gyaras puja
देव उठनी एकादशी Dev uthni ekadashi कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की एकादशी होती है। इसे प्रबोधिनी एकादशी prabodhini ekadashi , देवोत्थान एकदशी Devotthan ekadashi या...
अनंत चतुर्दशी व्रत 2020 की विधि – Anant chaturdashi vrat 2020
अनंत चतुर्दशी व्रत Anant chaturdashi vrat भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी ( भादवा सुदी चौदस ) के दिन किया जाता है . आम भाषा में इसे अनंत...
पूजा में फूल कौनसे लें कौनसे नहीं – Flowers for Pooja
पूजा में फूल Flowers भगवान को या सभी देवी देवताओं को चढ़ाये जाते हैं . शुभ कार्य में फूलों के होने से अनुष्ठान की...
पूर्णिमा व्रत , स्नान , फायदे , त्यौहार और जयंती – Pornima Vrat
पूर्णिमा Poornima या पूर्णमासी Purnmasi का अर्थ है सम्पूर्ण चन्द्रमा यानि जब चाँद अपने पूरे आकार में दिखाई देता है। यह दिन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता...
कन्या पूजन नवरात्री में अष्टमी या नवमी के दिन – Kanya Poojan
कन्या पूजन Kanya Poojan का नवरात्रि में बहुत महत्त्व है। दुर्गा अष्टमी या नवमी के दिन कन्याओं - छोटी लड़कियाँ का माँ दुर्गा के रूप में...
सूरज रोट का व्रत पूजा व उद्यापन विधि – Suraj Rot Vrat Pooja Udyapan
सूरज रोट का व्रत Suraj Rot ka Vrat होली तथा गणगौर के व्रत ( चैत्र शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि ) के बीच आने वाले रविवार को किया जाता...
दशा माता साँपदा का डोरा व्रत – Dasha mata sanpda dora vrat
दशा माता का व्रत Dasha mata ka vrat दशा या परिस्थिति अनुकूल बनी रहे ऐसी कामना के साथ किया जाता है। दशा माता यानि माँ भगवती...
खाटू श्याम बाबा फाल्गुन मेला – Khatu Shyam Falgun Mela
खाटू श्याम बाबा का मेला Khatu shyam baba mela फाल्गुन शुक्ल पक्ष अष्टमी से शुरू होकर द्वादशी तिथि तक यानि पांच दिन के लिए आयोजित किया...
मकर संक्राति पर सूती सेज या ससुरजी को जगाना – Suti sej jagana
मकर सक्रांति पर सूती सेज जगाने अर्थात ससुरजी को जगाने का रिवाज है। सकरात पर कुछ जगह विशेष प्रकार के नेग , नियम ( बयें )...
मकर संक्रांति पर सासू माँ को सीढ़ी चढ़ाना – Sasu ji ko siddhi
मकर सक्रांति पर सासू माँ को सीढ़ी चढाने का रिवाज है। सकरात पर कुछ जगह विशेष प्रकार के नेग ,बयें महिलाओं द्वारा किये जाते हैं।...
मकर संक्रांति मनाने का तरीका , कारण और महत्त्व – Makar Sankranti
मकर संक्रांति makar sankrati एक त्यौहार भी है और एक खगोलीय घटना भी। ज्योतिष विज्ञान के अनुसार इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है...
मकर संक्रांति सकरात के नेग नियम बयें – Makar Sankranti Neg Niyam
मकर सक्रांति पर कुछ जगह विशेष प्रकार के नेग , नियम ( बयें ) आदि महिलाओं द्वारा किये जाते हैं। इनका मुख्य उद्देश्य परिवार के...
अहोई अष्टमी व्रत 2020 पूजन और विधि – Ahoi Ashtami Poojan and Vrat
अहोई अष्टमी पूजन Ahoi Ashtami poojan और व्रत , माताएँ अपनी संतान की उन्नति , प्रगति और दीर्घायु के लिए रखती हैं । कार्तिक कृष्ण पक्ष की अष्टमी...
जल झुलनी वामन एकादशी – Jal Jhulani Vaman Ekadashi
जल झुलनी एकादशी Jal Jhulni Ekadashi एक बड़ी एकादशी मानी जाती है। भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी जलझूलनी एकादशी होती है। इसे वामन...
पीपल के पेड़ की पूजा विधि और महत्त्व – Peepal Tree Pooja
पीपल का पेड़ Peepal tree सदियों से पूजनीय माना जाता है। शास्त्रों में पीपल की जड़ में ब्रह्मा , तने में विष्णु और शाखाओं में...
हरतालिका तीज का व्रत पूजन और कहानी – Hartalika Teej
हरतालिका तीज का व्रत Hartalika teej vrat भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन किया जाता है। इस दिन ही पार्वतीजी ने महान...
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रागी ( नचनी ) की लोकप्रियता इतनी क्यों बढ़ रही है – Ragi benefits
रागी Ragi बाजरे की तरह दिखने वाला एक छोटे गोल दानेदार रूप मे पाए जाने वाला खाद्य पदार्थ है । इसे नचनी Nachni तथा...