क्रोज फ़ीट यानि आँखों के पास झुर्रियों से कैसे बचें – Crows feet

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क्रोज फ़ीट Crows feet का नाम आपने भी जरुर सुना होगा। ये आँखों के बगल में बनने वाली वो झुर्रियों वाली लाइने हैं जो कई लोगों के चेहरे पर नजर आती है और अधिक उम्र का अहसास करवाती हैं। ध्यान ना रखा जाये तो 35 वर्ष की आयु के बाद इनके दिखने की सम्भावना बढ़ सकती है। कुछ सामान्य उपाय करने पर इनसे बचा जा सकता है।

क्रोज फ़ीट Crows feet क्यों बनते हैं

उम्र के साथ त्वचा में परिवर्तन होता है लेकिन कुछ जगह इसका असर अधिक दिखाई पड़ता है जैसे आँख के आसपास की स्किन। आँख के पास की मांसपेशियां नाजुक होती हैं। जब वे ज्यादा सिकुड़ती और फैलती हैं तो वे टूट जाती हैं और वहां त्वचा के फैलने व सिकुड़ने की क्षमता समाप्त हो जाती है। इस वजह से वहाँ झुर्रियाँ पड़ जाती हैं। ये झुर्रियों वाली चार पांच लाइने किसी पक्षी के पैर जैसी दिखती हैं , इसीलिए इन्हे क्रोज फ़ीट Crows feet कहते हैं।

कुछ लोगों की हँसते समय आँख सिकोड़ लेने की आदत होती है , उन्हें अपेक्षाकृत ये झुर्रियाँ जल्दी पड़ती हैं। चेहरे पर आने वाले भाव के कारण चेहरे की मांसपेशियाँ सिकुड़ने से ये झुर्रियां अधिक नजर आती हैं।

ये झुर्रियां दो प्रकार की होती हैं एक जो हमेशा नजर आती है और दूसरी जो हंसने या अन्य गतिविधि के कारण नजर आती हैं। लगभग 35 वर्ष की उम्र के बाद इनके होने की संभावना बढ़ जाती है।

क्रोज फीट Crows feet का कारण

क्रोज फ़ीट Crows feet बनने के कुछ कारण इस प्रकार हो सकते हैं  –

अधिक उम्र : उम्र के साथ त्वचा में परिवर्तन होते हैं। पौष्टिक तत्वों का अवशोषण कम होने के कारण त्वचा पर झुर्रियाँ पड़ जाती हैं।

धूप में अधिक समय बिताना : धूप की अल्ट्रा वॉयलेट किरणे त्वचा को नुकसान पहुंचती है। इसके अलावा तेज धूप आँखों को सहन नहीं होती है ऐसे में आँख का थोडा बंद होना स्वाभाविक होता है। ऐसा अधिक होने पर झुर्र्रियाँ पड़ जाती हैं।

आँख मींच कर देखने या हंसने की आदत : इस आदत के कारण माँसपेशियों पर अधिक और बार बार जोर पड़ता है। इस वजह से झुर्रियाँ दिखाई देने लगती हैं। जो लोग हंसते समय आँख की मांसपेशियों का अधिक उपयोग करते है उन्हें झुर्रियां पड़ने की सम्भावना अधिक होती है। यह क्रोज फ़ीट बनने का एक बड़ा कारण होता है।

आँख मसलने के आदत : आँख मसलने से आँख के आसपास की नाजुक मांसपेशियों को नुकसान पहुंचता है जो झुर्रियों का कारण बन सकता है।

करवट लेकर सोने की आदत : करवट लेकर सोने पर तकिये से आँख के पास की त्वचा खिंचती है जो झुर्रियों का कारण बन जाती है।

धुम्रपान की आदत : धूम्रपान के कारण बहुत से विषैले तत्व शरीर में जाकर कई प्रकार के नुकसान पहुंचाते हैं जिनमे से स्किन पर झुर्रियाँ भी एक है। कोमल त्वचा अधिक प्रभावित होती है जैसे चेहरे की त्वचा।

मेनोपोज : मेनोपॉज के कारण शरीर में हार्मोन का बैलेंस गड़बड़ा जाता है जिसके कई प्रभाव पड़ते हैं। त्वचा की कोमलता प्रभावित होना भी एक है।

क्रोज फ़ीट Crows feet से बचने के उपाय

ऊपर बताये गए कारण से बचाव करना चाहिए। इसके अलावा त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए कोलेजन वाले आहार लेने चाहिए।

( इसे भी पढ़ें : कोलेजन वाले आहार कौनसे होते हैं जो झुर्रियों से बचाते हैं )

स्किन पर ये घरेलु नुस्खे वाली चीजें लगाने से बहुत लाभ हो सकता है –

ग्वारपाठे का रस – Aloe vera

एक चम्मच ग्वारपाठे Aloe vera का रस निकाल लें। इसे आँखों के आसपास लगा लें। 15 -20 मिनट लगा रहने दें।  इसके बाद पानी से धो लें। दिन में दो बार करें। इससे झुर्रियां और क्रोज फ़ीट वाली लाइने कम हो जाती हैं। यह स्किन को स्वस्थ बनता है।

नारियल का तेल – coconut oil

नारियल के तेल से रोजाना हल्के हाथ से मालिश करें। धीरे धीरे झुरिर्याँ कम होने लगेंगी। यह त्वचा में कोलेजन का उत्पादन बढ़ाता है जिसके कारण झुर्रियां कम हो जाती है।

नीबू का रस – lemon juice

एक गिलास पानी में आधा नीबू का रस और आधा चम्मच शहद मिलाकर रोज पियें। इससे कोलेजन में वृद्धि होती है और झुर्रियं मिटती हैं।

दही में नीबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगायें।  15 -20 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें।  इसके बाद मोइश्चराइजर लगा लें।  इससे डेड स्किन निकल जाती है और त्वचा कोमल बनती है।

विटामिन ई तेल – Vitamin E oil

विटामिन E का तेल लगायें।  विटामिन E युक्त आहार लें जैसे सूखे मेवे , सूरजमुखी के बीज , पत्तेदार सब्जियां आदि।

लहसुन – Garlic

लहसुन का उपयोग करें।  यह त्वचा के लिए फायदेमंद होता है।  यह धूप से हुए नुकसान को कम करने में सहायक होता है।

इसके अलावा कुछ एक्सरसाइज भी फायदा करती है जो इस प्रकार है –

आँख की एक्सरसाइज़ – Eye Exercise

— अंगुली के पोर से आँखों के चरों तरफ धीरे धीरे थपथपाएं । इसे आई टैपिंग कहते हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और झुर्रियां या आँखों के काले घेरे व आँखों के नीचे सूजन आदि में लाभ मिलता है।

— तर्जनी और अंगूठे की मदद से आई ब्रो के नीचे की स्किन को हल्का सा दबाकर मसाज करें इससे आँख का तनाव कम होता है।

— तर्जनी अगुली की मदद से आँख के बाहरी कोने की त्वचा ( जहाँ झुर्रियां हैं ) को धीरे धीरे ऊपर की तरफ ले जाते हुए हल्के हाथ से मसाज करें।

इन उपायों को करने से क्रोज फ़ीट कम होते हैं साथ ही इनसे बचने के लिए ये उपाय ये भी करने चाहिए –

— धूप से आँखों को बचाना चाहिए। इसके लिए हैट , चश्मा या उचित SPF वाला सनस्क्रीन लगाना चाहिए।

— पौष्टिक आहार लें जिसमे फल , सब्जी , साबुत अनाज , मेवे आदि हों।

— धुम्रपान ना करें।

— त्वचा को नम बनाये रखने के लिए लोशन आदि लगायें।

— पानी पर्याप्त मात्रा में पियें।

— गुस्सा आने पर या हंसने पर आँखों की मांसपेशियों का अधिक उपयोग ना करें।

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