ताजा फ्रेश अच्छी सब्जी खरीदने के लिए उसकी पहचान होना जरुरी है , जो या तो घर के बड़े बुजुर्ग से जानने को मिल पाती है या फिर खुद के लम्बे अनुभव से।
ताजा , फ्रेश और अच्छी सब्जी जैसे गोभी , लौकी , मटर , तुरई तथा अन्य सब्जी कैसे सलेक्ट करें। इस बारे में इस लेख में फ्रेश सब्जी पहचानने के तरीके बताये गए हैं उन्हें पढ़ें और लाभ उठायें।
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ताजा फ्रेश अच्छी सब्जी छांटने के टिप्स
Taja fresh vegetable selection tips
आलू कौनसे लें – Potato selection
आलू ऐसे लें जिनमे छिलका कटा फटा ना हो। छिलके पर हरा रंग ना हो। अंकुर निकले हुए ना हों। स्किन साफ सुथरी हो , झुर्रियां न हों तथा पिलपिला ना हो। इसके अलावा आलू का आकार टेढ़ा मेढ़ा ना हो। थोड़ी मिट्टी लगी होना चलता है।
मध्यम आकार का आलू लेने की कोशिश करें। बहुत छोटा या बहुत बड़ा ना लें । मध्यम आकार के आलू का स्वाद ज्यादा अच्छा होता है। ऐसे ना मिलें तो छोटे या बड़े भी लिए जा सकते हैं।
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प्याज कैसे लें – Onion selection
वजन में भारी और ठोस लगने वाली प्याज खरीदें जिसका छिलका साफ सुथरा हो। लाल प्याज ग्रेवी के लिए सही रहती है और सफ़ेद प्याज सलाद के लिए। प्याज की बाहर की स्किन साफ सुथरी हो ऐसी प्याज छांट कर लें। बहुत बड़े साइज की प्याज और एक में दो दिखने वाले जुडवा प्याज ना लें। प्याज पर काला रंग दिखे तो ना लें।
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टमाटर कैसे छांटे – Tomato selection
सलाद के लिए बड़े , लम्बे हाई ब्रिड वाले टमाटर लें। उनमे गूदा अधिक होता है तथा खटाई के लिए गोल देसी टमाटर सही रहते हैं। तुरंत काम लेने हो तो ही एकदम लाल टमाटर लें अन्यथा कम लाल और ठोस टमाटर लें। टमाटर पर दाग धब्बे या छेद आदि न हो , पिलपिला ना हो।
टमाटर की पत्तियों में विषैला तत्व होता है। यह छोटे हरे टमाटर में भी हो सकता है अतः हरे टमाटर ले रहे हैं तो बड़े साइज़ और लाल होने की कगार पर हों ऐसे लें। छोटे साइज के हरे टमाटर ना लें।
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भिन्डी कैसे छांटे – Ladyfinger selection
छोटी या मध्यम आकार की ताजा रोएंदार भिंडी खरीदें। एक भिन्डी की पूंछ तोड़ कर देखें , यदि टूट जाती है तो भिन्डी ताजा है और सिर्फ मुड़ जाती है तो नहीं है । अधिक बड़ी व मोटी भिंडी ना लें उसमे बीज बड़े होते हैं पकाने पर इसकी सब्जी स्वादिष्ट नहीं बनती , पकने में देर लगती है , चबानी मुश्किल होती है तथा सब्जी में लार अधिक बनती है।
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बैंगन कौनसे अच्छे – Brinjal selection
बैंगन लम्बा , गोल , छोटा , बड़ा , हरा , बैंगनी जैसा भी लें , उसकी स्किन चमकदार होनी चाहिए। स्किन पर झुर्रियां , दाग धब्बे या छेद आदि न हो। भून कर भर्ता बनाने के लिए बड़े साइज़ वाला बैगन अच्छा रहता है।
बैंगन का डंठल और किनारे हरापन लिए फ्रेश होने चाहिए। बैगनी रंग का बैगन में पोषक तत्व अधिक होते हैं। बैगन काटते समय भी ध्यान रखें उसमे कीड़ा ना हो।
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लौकी कैसी खरीदें – Bottleguard selection
अत्यधिक पतली या बहुत मोटी और बड़ी ना हो , छिलका अधिक चिकना और कड़ा ना हो। उसका कोई हिस्सा सफ़ेद या पीला नजर नहीं आना चाहिए।
अधिक पकी हुई लौकी के बीज कड़े होते है और उसे पकने में बहुत समय लगता है। मध्यम आकर की हलके रोएँ वाली हरी लौकी लें , जिसका डंठल भी हरा हो। हल्का सा नाख़ून से दबाने पर नाख़ून छिलके में चला जाये वह लौकी फ्रेश होती है।
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गिलकी कैसे छांटे – Sponge guard selection
ताजा गिलकी के किनारे पर फूल होते हैं तथा हलके रोएँ होते हैं। यदि गिलकी पर काले धब्बे हैं या दबाने पर अंदर से पिलपिली सॉफ्ट लगे इसका मतलब वह ताजा नहीं है। गिलकी में छेद नहीं होना चाहिए अधिक पतली या अधिक मोटी गिलकी ना लें। बहुत पतली गिलकी के छिलके निकालने मुश्किल हो जाते हैं।
तुरई कैसी लें – Ridge guard selection
मध्यम आकार की तुरई लें , अधिक मोटी और बड़े आकार की तुरई के छिलके और धारियां बहुत कड़क होते हैं। तुरई में छेद ना हो तथा पूंछ की तरफ से अधिक पतली और नर्म ना हो। कभी कभी तुरई कड़वी निकलती है। अतः तुरई की सब्जी बनाने से पहले काटते समय चख लेनी चाहिए।
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फलियाँ कौनसी लें – Beans selection
फलियाँ जैसे ग्वार फली , चौला फली , सेमफली , फ्रेंच बीन्स , बालोड़ आदि लेनी हो तो हमेशा छोटी , मुलायम और हरी लेनी चाहिए , कडक या बड़े बीजों वाली फली न खरीदें। अत्यधिक पतली , नर्म और मुरझाई हुई हो तो ना लें। फली से दाने निकल कर सब्जी बनानी हो तो बीज वाली ले सकते हैं।
मटर कौनसे लें – Peas selection
मटर की स्किन साफ सुथरी हरे रंग की होनी चाहिए। मटर तोड़ का दाने देखें इनमे ताजापन लिए हरा रंग होना चाहिए । चख कर देखें स्वाद अच्छा होना चहिये। मटर में दाने बड़े या अधिक संख्या में भले ही न हो लेकिन स्वाद अच्छा होना चाहिए।
मटर छीलते समय ध्यान रखें , किसी किसी में लट हो सकती है। मटर छिलने के बाद दाने अच्छे से धोने के बाद काम में लें। ( इसे भी पढ़ें : हरी मटर के फायदे नुकसान क्या हैं )
फूल गोभी कैसी होनी चाहिए
Cauliflower selection
सफ़ेद और सख्त फूल गोभी लें। छितरी हुई दिखे तो ना लें। कटी फटी , दुर्गन्ध युक्त और मुरझायी हुई गोभी ना लें। डंठल के पास के पत्ते हटा कर नीचे ध्यान से देखें वहाँ कीड़े होने की सम्भावना अधिक होती है। कीड़े दिखें तो ना लें।
गोभी को थोड़ी देर नमक , सिरका या नीबू का रस मिले पानी में भिगो कर रखने के बाद सब्जी बनाना ठीक रहता है। इससे कीड़े हों तो निकल जाते हैं।
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परवल कैसे लें – Pointed guard selection
परवल छोटे या मध्यम आकार के और हरे लेने चहिये। दबा कर देखें कड़क होने चाहिए। बड़े परवल ना लें , वे पके हुए हो सकते है जिनमे बीज कड़े होते हैं।
कुंदरू ( किन्दोरी , तिन्दुरी ) – Ivy guard selection
यह परवल जैसे ही दिखती है आकार में छोटी होती है भीतर से ठोस। हरी , कड़क छोटे साइज़ की खरीदें , बड़ी लाल निकल सकती है वो काम नहीं आती।
टिंडे कौनसे अच्छे
Indian round guard selection
टिंडे हरे , रोएंदार , बिना दाग धब्बे वाले , छोटे या मध्यम आकार के लेने चाहिये , अधिक बड़े साइज़ के टिंडे मे बीज पके हुए निकलते है जो सब्जी में अच्छे नहीं लगते।
हरी मिर्च कैसी खरीदें – Green chilli selection
मिर्च पर झुर्रियां नहीं होनी चाहिए , उसकी स्किन चमकदार होनी चाहिए। अधिक मुड़ी हुई या कटी फटी मिर्च ना लें। पतली और छोटी मिर्च अधिक तीखी होती है और बड़ी मोटी मिर्च कम तीखी होती है।
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कद्दू कैसा अच्छा – Pumpkin selection
कद्दू को काशीफल या कुम्हड़ा भी कहते हैं। हल्के पीले रंग का कद्दू लें। एकदम सफ़ेद या अधिक पीला कद्दू ना लें। गूदा अधिक और बीज कम हों ऐसा लेने की कोशिश करें। बीज निकलवा कर कद्दू तुलवायें।
कद्दू की सब्जी नहीं खाते तो आज से ही खाना शुरू कर दें। यह अत्यंत लाभकारी सब्जी है। कद्दू के फायदे विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
गाजर कैसी होनी चाहिए – Carrot selection
गाजर के अन्दर का हिस्सा अधिक पीला ना हो। तोड़ने पर मुड़े नहीं। हल्का लाल या बहुत गहरा लाल रंग न हों। काली गाजर सोच समझ कर लें , उस पर रंग चढ़ाया गया हो सकता है। रेशे बहुत ज्यादा ना हो। एक तरफ से बहुत पतली और दूसरी तरफ से बहुत मोटी ना हो। कटी फटी न हो।
गाजर का हलवा बनाना हो तो थोड़ी मोटी और बड़े आकार की लें ताकि किसने में आसानी हो। सलाद या सब्जी बनाने के लिए थोड़ी पतली गाजर लें।
गाजर का हलवा बनाते बनाने के लिए दूध के साथ पकाने से इसके गुणों में कई गुना वृद्धि हो जाती है। अतः हलवा जरूर खाना चाहिए। गाजर का हलवा बनाने की सही विधि जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
मूली किस प्रकार की लें – Radish selection
ताजा पत्ते वाली मध्यम आकर की हो , बहुत मोटी ना हो। कटी फटी और छेद वाली ना हो। मूली के पत्ते ताजा दिखने चाहिए। मूली के पत्ते भी सब्जी में काम आते हैं और फायदेमंद होते हैं , उन्हें अलग न करवाएं। मूली के पत्ते की स्वादिष्ट और फायदेमंद सब्जी की विधि के लिए यहाँ क्लिक करें।
पालक कैसा हो – Spinach selection
पत्ते बहुत बड़े ना हो। कटे हुए कीड़े के खाए हुए , मुरझाये हुए या पीले ना हों। पत्तों पर पीली या सफ़ेद धारियां ना हों। मिट्टी युक्त ना हों। पालक नुकसान भी कर सकता है , वो कैसे यह जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
पत्ता गोभी कैसी लें – Cabbage selection
दबाने पर ठोस और वजनदार लगनी चाहिए चाहिए। ऊपर के ज्यादा पत्ते ख़राब ना हों। छेद वाली या कटी फटी ना हों , हरे रंग की हो लेकिन अत्यधिक गहरा हरा रंग ना हो और सफ़ेद भी ना हो। सबसे ऊपर वाला पत्ता काम में नहीं लेना चाहिए । ( इसे पढ़ें : पत्ता गोभी में ऐसे कौनसे तत्व हैं जो किसी सब्जी में नहीं )
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