इसबगोल की भूसी कब कैसे और कितनी लें – Isabgol Benefits

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इसबगोल की भूसी ( Psyllium Husk ) प्लांटेगो ओवाटा नामक पौधे के बीज की ऊपरी सतह ( Epidermis Layer ) होती हैं। ये छिलके या झिल्ली पारदर्शी होते हैं।  इसबगोल के बीज तथा भूसी दोनों स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होते हैं।

इसबगोल का उपयोग कब्ज , पेचिश , बवासीर , आँतों की सूजन तथा जलन आदि में किया जाता है। इसमें पाए जाने वाले घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर पाचन क्रिया के लिए अत्यंत गुणकारी होते हैं।

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इसबगोल कोलेस्ट्रोल तथा रक्त में शक्कर की मात्रा कम करने में भी सहायक होता है। इसे दूध , गर्म पानी , शिकंजी अथवा दही , छाछ आदि के साथ ले सकते हैं। इसके अलावा इसे बिस्किट या कुकीज़ बनाते समय इनमे मिला सकते सकते हैं।

इसबगोल की खेती व्यावसायिक फसल के रूप में गुजरात , राजस्थान , पंजाब , उत्तर प्रदेश तथा मध्य्रदेश आदि राज्यों में होती है। यह रबी की फसल होती है। इसकी बुवाई जुलाई से नवम्बर के बीच की जाती है।

इसबगोल की भूसी के फायदे

Psyllium Husk Benefits

कब्ज के लिए इसबगोल

इसबगोल कब्ज के लिए बहुत अच्छा उपचार है। इसमें मौजूद फाइबर मल को नर्म बनाते हैं। रात को सोते समय गर्म दूध के साथ दो चम्मच इसबगोल की फांकी लेने से सुबह मलत्याग आसानी से होता है।

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दस्त के लिए इसबगोल

इसबगोल में पानी सोखने की अच्छी क्षमता होती है। अतः लेने से दस्त में आराम मिलता है। यह आँतों में दस्त के लिए जिम्मेदार संक्रमण और बेक्टीरिया को कम करने में भी मदद करता है। दस्त होने पर छाछ या दही के साथ इसबगोल लेना चाहिए । दही में इसबगोल मिलाकर भी खाया जा सकता है। दिन में दो बार लेने से जल्दी आराम मिलता है।

वजन घटाने के लिए इसबगोल

इसबगोल वजन कम करने में सहायक होता है। यह अपने वजन का 14 गुना पानी सोख सकता है। इसे लेने से पेट भरा हुआ लगता है , इससे भूख कम लगती है। यह भोजन में फाइबर की मात्रा की पूर्ती करता है। इसबगोल पानी के साथ या शिकंजी के साथ खाली पेट सुबह लेने से वजन कम करने में मदद मिलती है।

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हार्ट के लिए इसबगोल

इसबगोल के सेवन से ट्राई ग्लाईसेराइड कम होते देखे गए हैं। इसके अलावा यह कोलेस्ट्रोल को अवशोषित करके शरीर से बाहर निकाल देता है। इस तरह यह ह्रदय रोग से बचाने में सहायक हो सकता है। इसके अलावा रक्तचाप को नियंत्रित करके यह हार्ट की मसल्स को ताकत भी देता है। कुछ लोगों में इसे लेने से हानिकारक LDL का स्तर कम होते हुए पाया गया है।

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रक्त में शक्कर पर असर

इसबगोल में जिलेटिन होता है जो ग्लूकोस के अवशोषण को धीमा करता है , साथ ही फाइबर अधिक होने के कारण यह रक्त में शक्कर की मात्रा को कम करता है। यह डायबिटीज के असर को कम करने का काम करता है।

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स्वप्नदोष की समस्या कम

इसबगोल पुरुषो में होने वाले स्वप्नदोष की समस्या को कम करता है। क्योँकि कब्ज या पेट की गड़बड़ी आदि के कारण भी स्वप्नदोष की समस्या होती है। इसके अलावा इसबगोल की तासीर भी ठंडी होती है।

एसिडिटी में इसबगोल

इसबगोल में पाए जाने वाले तत्व पेट में एक रक्षात्मक सतह बना देते है। जो पेट की सतह को एसिड से बचाने में मदद करते हैं । अतः एसिडिटी की समस्या हो तो इसबगोल कुछ दिन लेकर देख लेना चाहिए।

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इसबगोल के नुकसान

अति सभी चीजों की बुरी होती है। इसबगोल की अधिक मात्रा अधिक फाइबर होने के कारण नुकसान देह हो सकती है। इसे लेने से भूख बंद होने लगे , पेट में भारीपन , गैस , छाती में भारीपन जैसे लक्षण दिखाई दें तो मात्रा कम कर देनी चाहिए या इसे लेना बंद कर देना चाहिए।

इसके अलावा यदि इसे लेने से एलर्जी जैसे लक्षण दिखते हों जैसे चेहरे पर सूजन या शरीर पर लाल चकत्ते आदि होते हैं , तो इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।

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