पोहे का नमकीन चिवड़ा chivda एक स्वादिष्ट , पौष्टिक और लोकप्रिय आहार है। इसे पतले कागजी पोहे से बनाया जाता है। यह रोस्टेड पोहा चिवड़ा , लो कैलोरी स्नेक Low calorie snack होता है इसलिए इसे बेफिक्र होकर खाया जा सकता है।
महाराष्ट्र मे इसे अधिक बनाया जाता है इसीलिए इसे महाराष्ट्रियन चिवड़ा maharashtriyan chivada भी कहते हैं। गुजरात मे भी इसी प्रकार से पोहे का चिवड़ा बनाया जाता हैं जो इससे काफी मिलता जुलता होता है ।
यह चिवड़ा कई दिनो तक खराब नहीं होता इसीलिए इसे बनाकर सफर मे साथ ले जा सकते हैं , हॉस्टल मे रहने वाले बच्चों को दिया जा सकता है तथा हल्के नाश्ते के रूप में इसे हमेशा खा सकते हैं।
पोहे का चिवड़ा बनाने की सामग्री
Home made Chivda samagri
पतला कागजी पोहा 1 / 2 किलो
भूनी हुई चना दाल ( दाड़ीया ) 1 / 2 कप
मूँगफली के दाने 1 / 2 कप
काजू 1 / 2 कप
नारियल गोला ( छोटा ) 1 पीस
करीपत्ता 1 / 2 कप
हरीमिर्च 8 – 10 पीस
साबुत धनिया 2 बड़े चम्मच
जीरा 1 चम्मच
तिल 2 चम्मच
तेल 1 कप
हल्दी पाउडर 1 चम्मच
शक्कर ( पिसी हुई ) 3 बड़े चम्मच
नींबू के फूल ( टाटरी ) 1 / 2 चम्मच
नमक स्वादानुसार
चिवड़ा बनाने की विधि – Chivada Recipe
— पोहे को छानकर बारीक चूरा निकाल दें। थोड़ी धूप दिखा लें ताकि नमी हो तो निकल जाए ।
— नारियल गोला को स्लाइस में काट लें। काजू को दो टुकड़ों में अलग कर लें।
— पोहे को कढ़ाई में डालकर धीमी आंच पर थोड़ा क्रिस्पी होने तक भून लें। इन्हें निकाल कर अलग रख लें।
— इसी बर्तन मे अब तेल डालकर गरम करें ओर धीमी आंच पर एक एक करके चना दाल , काजू , मूँगफली तथा नारियल स्लाइस फ्राई करके निकालकर अलग रख लें ।
— अब इसी तेल में करी पत्ता , हरी मिर्च फ्राई करके निकाल लें ।
— अब कढ़ाई में नया तेल डालकर गरम करें ( क्योंकि बचा हुआ तेल काला हो जाता हैं इसीलिए उसे काम मे नहीं लें )
— तेल गरम होने पर जीरा ओर साबुत धनिया डाले ओर जब ये तड़कने लगे तो तिल डालकर गैस धीरे कर दें ओर सारे तले हुये सामान इसमे डाल दें ।
— अब इसमे हल्दी पाउडर , रोस्टेड पोहा व नमक डालकर अच्छी तरह मिक्स कर दें ।
— गैस बंद कर दें ।
— जब चिवड़ा ठंडा हो जाए तो पिसी हुई शक्कर , टाटरी व लालमिर्च डाल कर मिक्स कर दें । स्वादिष्ट चिवड़ा तैयार है। ठंडा होने पर कंटेनर में भर कर रख लें।
चिवड़ा बनाते समय ध्यान रखें – Chivda Tips
— चिवड़ा बनाने के पोहे / चिवड़े अलग आते है यह पोहे सामान्य पोहों की अपेक्षा पतले होते हैं ।
— चिवड़ा बनाने के लिए काम आने वाला पोहा नायलोन पोहा naylon poha , कागजी पोहा या हाजीखानी पोहा के नाम से जाना जाता है। Chivada poha किराने की दुकान या डिपार्टमेंटल स्टोर आदि पर आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं ।
— हरी मिर्च और करी पत्ता डालने पर तेल उछल सकता है अतः ध्यान रखें।
— चिवड़ा ठंडा होने पर ही चीनी , नींबू के फूल व लाल मिर्च डालें अन्यथा चिवड़े का स्वाद व रंग खराब हो सकता है।
— चिवड़ा ठंडा होने पर एयर टाईट डिब्बे मे भरकर रखने से 15 – 20 दिन तक खराब नहीं होता है।
इन्हे भी जानें और लाभ उठायें :
सूर्य जल चिकित्सा के फायदे और तरीका
एल्युमिनियम के बर्तन और फॉइल से नुकसान
स्टील के बर्तन , सिंक , स्टोव कैसे चमकायें
ड्राईक्लीन कैसे होती है और कौनसे कपड़े करवाएँ
कार्तिक स्नान का तरीका , लाभ और महत्त्व