भाप लेने से कोरोना से बचाव होता है या नहीं – Corona prevention by steam

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भाप लेने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है या नहीं यह इस समय विचारणीय प्रश्न है । इस गंभीर कोरोना संकट मे खुद को कोरोना से बचाने की कोशिश और उपाय सभी लोग कर रहे हैं ।

कुछ लोग नियमित रूप से भाप का सेवन करने का सुझाव देते हैं । उनके अनुसार गर्म भाप लेने से नाक , गले या फेफड़ों मे कोरोना वायरस है , तो वह नष्ट हो सकता है । भाप को कोरोना से बचाव का साधन भी बताया जाता है ।

क्या गर्म भाप कोरोना को नष्ट करती है और भाप लेने के फायदे हैं भी या नहीं , आइये जाने ।

भाप लेना क्या है और कैसे लेते हैं

कोरोना से पहले भी सर्दी जुकाम , बंद नाक या साइनस इन्फेक्शन से आराम पाने के लिए गर्म पानी की भाप लेना एक सामान्य घरेलू उपचार की तरह किया जाता रहा है ।

इसके लिए एक बर्तन मे पानी को उबलने तक गरम किया जाता है । फिर एक कपड़ा सिर पर रखकर गरम पानी वाले बर्तन के पास इस तरह रखा जाता है की पानी से निकलने वाली भाप को सांस के साथ अंदर लिया जा सके ।

बाजार मे बिजली से चलने वाले वेपोराइजर भी उपलब्ध हैं । इनकी मदद से भी भाप ली जा सकती है । इनकी मदद से भाप लेना थोड़ा सुविधाजनक और सुरक्षित हो जाता है ।

माना जाता है की भाप लेने से नाक , गले या फेफड़ों मे जमा कफ नर्म होकर ठीक होता है । इससे साँस की तकलीफ मे आराम मिलता है ।

क्या भाप लेने से कोरोना ठीक होता है

इस संदर्भ मे वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाजेशन (WHO) या CDC दोनों मे से किसी ने यह नहीं कहा कि भाप लेने से कोरोना से बचाव होता है या कोरोना ठीक होता है । उनके अनुसार कोरोना से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस , सही तरीके से मास्क पहनना , हाथों को अच्छे से धोना या सेनेटाइज करना उचित उपाय हैं ।

क्या भाप लेने के फायदा होता है

जुकाम या अन्य संक्रमण के कारण जब नाक बंद हो जाती है तो स्टीम लेने से बंद नाक की तकलीफ मे आराम मिल सकता है । इसके अलावा कफ का नर्म होकर बाहर निकलना सुगम बन सकता है ।

भाप से गले की चुभन और गले मे जमा कफ मे भी आराम मिल सकता है । स्टीम से कुछ समय तक सर्दी जुकाम , फ्लू , साइनस इन्फेक्शन की तकलीफ कम हो सकती है । लेकिन भाप लेने से संक्रमण करने वाले वायरस नष्ट नहीं होते ।

भाप लेने का सही तरीका क्या है

एक बड़े बर्तन मे पानी को उबलने तक गरम कर लें ।

इस बर्तन को स्थिर टेबल पर रख दें ।

एक तौलिया या कपड़ा अपने सिर पर पीछे की तरफ रखकर बर्तन के पास इस तरह आयें कि पानी से निकलने वाली वाष्प को आप सांस के साथ अंदर ले सकें ।

पानी से आपका चेहरा लगभग 10 इंच दूर रखें ।

आँखें बंद रखें ।

भाप को साँस के साथ धीरे धीरे नाक या मुँह से अंदर गहरे तक खींचें ।

एक बार मे 10 मिनट से अधिक समय तक स्टीम ना लें ।

तकलीफ अधिक हो तो दिन मे दो या तीन बार तक भाप का सेवन किया जा सकता है ।

स्टीम लेते समय क्या ध्यान रखें –

गरम पानी का बर्तन सही सतह पर रखें जिससे वो हिले डुले नहीं ।

तौलिए या कपड़े को ध्यान पूर्वक लगायें । वापस हटाते समय विशेष ध्यान रखें ।

गर्म भाप से आँखों को बचायें , आँख बंद रखें ।

गर्म पानी से बच्चों को दूर रखें । बच्चों को भाप देने की कोशिश ना करें क्योंकि उन्हे इससे नुकसान हो सकता है ।

भाप लेने के नुकसान

यदि सही तरीके से भाप ली जाती है तो यह सुरक्षित हो सकती है । लेकिन थोड़ी भी असावधानी के कारण तेज गर्म पानी या भाप के कारण नुकसान हो सकता है ।

भाप के सेवन से ये नुकसान हो सकते हैं :

आँखें : आखों मे सूजन , आँख लाल होना , आँखों मे सूखापन , लगातार पानी आना ।

नाक और गला : लगातार भाप लेने से नाक और गले के सेल्स और नर्व को नुकसान हो सकता है ।

त्वचा : चेहरे और गर्दन की त्वचा मे सूखापन । इसके कारण फंगल या बेक्टीरिया का संक्रमण ।

नर्व सेल : लगातार गर्म भाप के कारण नाक और गले के सेल्स तथा नर्व को नुकसान हो सकता है । सुन्नपन पैदा हो सकता है । इससे इम्यून सिस्टम प्रभावित हो सकता है ।

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