कर सोलह श्रृंगार भोलेनाथ का भजन – Shivji ka bhajan kar solah

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कर सोलह श्रृंगार भोलेबाबा का लोकप्रिय भजन है। शिवजी को भोले भंडारी कहा जाता है क्योंकि महादेव तुरंत प्रसन्न होने वाले देव बताये जाते हैं। महाशिवरात्रि , सावन महीने तथा अन्य पावन अवसर पर शिव भक्ति के लिए भजन के बोल Bhajan Lyrics यहाँ लिखे गए हैं। इन्हे पढ़ें और भक्ति का आनंद उठायें।

कर सोलह श्रृंगार भोलेनाथ का भजन

Kar solah shringar bholenath ka bhajan

तर्ज – सर पे टोपी लाल

कर सोलह श्रृंगार शिव भजन

 

 

 

 

 

कर सोलह श्रृंगार ,  के भोला बन गये नर से नार

भोले का क्या कहना।

कर सोलह….

ओढ़ चुनरिया ,

भोला बिंदीया सजाई  – 2

बालों में गजरा बाँधा ,

माँग सजाई – 2

लहंगा गोटेदार , पाँवो में पायल की झंकार

भोले का क्या कहना।

कर सोलह श्रृंगार , भोला बन गये नर से नार

भोले का क्या कहना।

आँखों में कजरा डाला ,

होंठो पे लाली – 2

नाक में नथनी सोहे ,

कानो में बाली – 2

हाथ में कंगना डाल , गले में नवरत्नों का हार ,

भोले का क्या कहना।

कर सोलह श्रृंगार , के भोला बन गये नर से नार

भोले का क्या कहना।

रास मंडल में भोला ,

चला इठला के – 2

खूब नचाया मोहन

मुरली बजा के – 2

गोरा नाचे साथ , फूलों की होने लगी बौछार

भोले का क्या कहना।

कर सोलह श्रृंगार , के भोला बन गये नर से नार

भोले का क्या कहना।

प्रेम मण्डल में ,

भोला आप पधारो – 2

भक्तों की नैया को

पार लगा दो – 2

सखिया करे पुकार , विनती सुन लो पालनहार

भोले का क्या कहना।

कर सोलह श्रृंगार , के भोला बन गये नर से नार

भोले का क्या कहना।

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