गुरुजी की आरती
GURU JI KI AARTI
<<<>>>
<<<>>>
गुरु जी की आरती
आरती गुरुदेव की कीजै ,
अपनों जन्म सफल कर लीजै ।
कंचन थाल कपूर की बाती ,
जगमग जोति जले दिन राती । ।
भाव सहित गुरु भक्ति कीजै ,
आरती गुरुदेव की कीजै ।
काम क्रोध मन लोभ बिसारो ,
गुरु मूर्ति ह्रदय में धारो । ।
तन मन धन गुरु अर्पण कीजै ,
आरती गुरुदेव की कीजै ।
भाव के फूल भक्ति की माला ,
श्रद्धा दीपक ज्योति उजाला । ।
श्रीगुरु चरन कमल चित दीजै ,
आरती गुरुदेव की कीजै ।
भक्ति ज्ञान सदा उर आवे ,
जो जन गुरु सरणी में जावे । ।
गुरु कृपा भव रोग हरी जे ,
आरती गुरुदेव की कीजै ।
चार पदारथ सभी बतावें ,
गुरु सेवा कर तिनको पावे । ।
अति अनुराग वारणै लीजै ,
आरती गुरुदेव की कीजै ।
जो कोई गुरु आरती गावे ,
बिन श्रम सकल मुक्ति जन पावे ।
“इन्द्र मुनि “गुरु चरण गहीजै ,
आरती गुरुदेव की कीजै । ।
<<<>>>
क्लिक करके पढ़ें ये आरती
लक्ष्मी माता की आरती / शीतला माता की आरती / जय अम्बे गौरी…./ गणेश आरती / हनुमान आरती / हनुमान चालीसा / संतोषी माता की आरती / जय शिव ओमकारा…./ शिव चालीसा / श्रीरामजी की आरती / दुर्गा चालीसा /शनिवार की आरती / अहोई माता की आरती / गणगौर के गीत