खर्राटे से होने वाले नुकसान दायक प्रभाव – Snoring Bad Effects

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खर्राटे आना Snoring तब तक समस्या नहीं समझा जाता , जब तक कि खर्राटे भरने वाले को या उसके नजदीक सोने वाले को कोई परेशानी ना हो। खर्राटों से नुकसान तो होता है पर इसके बारे में बहुत कम लोग जानते है।

किसी भी आयु का व्यक्ति चाहे महिला हो या पुरुष खर्राटे का शिकार हो सकता है। महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक खर्राटे लेते है क्योकि पुरुष का साँस लेने का रास्ता महिलाओं की अपेक्षा संकरा होता है। अनुवांशिकता  भी  kharrate  का कारण बन सकती है। जानिए खर्राटे के कारण होने वाले नुकसान और इसे ठीक करने के बारे में।

खर्राटे की ज्यादा आवाज होने पर पास में सोया व्यक्ति इस नापसंद आवाज से बेचैन हो जाता है और वो सो नहीं पाता। खर्राटे लेने वाला व्यक्ति खुद भी नींद की कमी से ग्रस्त हो जाता है। रात को खर्राटे आने से दिन में सुस्ती , चिड़चिड़ापन , एकाग्रता में कमी आदि की समस्या हो सकती है।

खर्राटे

इसके अलावा यौन सम्बन्ध के प्रति अरुचि पैदा हो सकती है। कुछ रिसर्च बताते है कि खर्राटों के कारण हार्ट की समस्या भी पैदा हो सकती है। खर्राटे के कम्पन आपकी हार्ट की धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा होने का कारण बन सकते है। विदेशों में तो खर्राटे तलाक का कारण बन जाते है।

कृपया ध्यान दें :  किसी भी लाल रंग से लिखे शब्द पर क्लीक करके उसके बारे में विस्तार से जान सकते हैं। 

खर्राटे का कारण – Cause of Snoring

Kharate kyo aate he

सोते समय किसी कारण से साँस के आने जाने में रूकावट होने से कम्पन की आवाज पैदा होती है जिसे खर्राटे कहते है। साँस लेने में या छोड़ने में ये रूकावट नाक में भी हो सकती है और गले में भी या दोनों में। अधिकतर खर्राटों के मुख्य कारण ये होते है :

गले या जीभ का ढ़ीला पड़ना

गले और जीभ की मांस पेशियां नींद में ढ़ीली पड़ जाती है जो पीछे की तरफ लटककर साँस आने जाने वाले रास्ते को संकरा कर देती है। रास्ता जितना अधिक संकरा होता है आवाज उतनी ही अधिक होती है।

कभी कभी तो रास्ता बिल्कुल अवरुद्ध हो जाता है जिससे साँस बंद हो जाती है। ऐसी अवस्था को स्लीप एपनिया Sleep apnea कहते है। इसके बहुत से दुष्परिणाम हो सकते है।

ऐसा बहुत ज्यादा गहरी नींद के कारण , शराब के नशे के कारण , स्मोकिंग के कारण , नींद की गोलियों के कारण या अधिक उम्र के कारण हो सकता है। पीठ के बल सोना भी कारण बन सकता है ।

जुकाम

कुछ लोगों को किसी विशेष मौसम के बदलाव या जुकाम आदि के कारण या नाक में किसी विकृति के कारण नाक बंद होने से खर्राटे आ सकते है। गले में या नाक में इन्फेक्शन जलन या सूजन आदि के कारण भी kharate आ सकते है।

मोटापा

मोटापे के कारण गले में मांस अधिक होने के कारण इसके गले में लटकने की सम्भावना अधिक हो जाती है ,जिसके कारण खर्राटे आ सकते है। जिन बच्चों के गले में टॉन्सिल बड़ी साइज़ के होते है उन्हें भी kharate अधिक आ सकते है।

काकलक और तालु बड़े होना

जिन लोगों का पीछे का तालु ( Soft Palate ) और काकलक ( Uvula ) बड़े साइज़ के होते है। इन्हें खर्राटे अधिक आ सकते है।

आनुवंशिकता

आपके गले का साइज , तालु या गले के टिशू आदि अनुवांशिक रूप से होते है। इन कारणों से यदि घर में किसी को अधिक kharrate आते हो तो आपको भी अधिक खर्राटे आ सकते है।

खर्राटे के नुकसान – Effects of Snoring

kharrate se kya nuksan hote he

जो लोग हमेशा ही खर्राटे भरते है उन्हें कई प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। जिनमे से कुछ इस प्रकार है : –

—  खर्राटे के कारण दिल की धड़कन असामान्य हो सकती है।

—  यदि स्लीप एपनिया नामक नींद की बीमारी के कारण kharate आते है तो सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि इसके कारण स्वास्थ्य सम्बन्धी गंभीर परेशानी पैदा हो सकती है।

यदि आपका साथी आपको बताता है की नींद में आपकी साँस रुक जाती है या आपको हाई ब्लड प्रेशर है या आप हमेशा तेज आवाज में खराटे लेते है तो आपके गले की धमनियों में प्लाक जमा हो सकता है और इस वजह से स्ट्रोक का सामना करना पड़ सकता है।

—  खर्राटे kharrate के कारण आपको एसिडिटी की समस्या भी हो सकती है। क्योकि खराटे के समय गले में हवा का प्रेशर पेट तक पहुँच कर एसिड को बाहर की तरफ धकेल सकता है। मोटापे से ग्रस्त लोगों को ये समस्या अधिक होती है।

—   खर्राटे की वजह से नींद पूरी नहीं हो पाती जिसके कारण ड्राइविंग के वक्त झपकी आकर एक्सीडेंट होने की सम्भावना बढ़ जाती है। झपकी आने के कारण हाईवे पर बहुत से एक्सीडेंट होते रहते है।

—  खर्राटे भरने वाले लोग चिड़चिड़े हो जाते है। कुछ लोगों को डिप्रेशन होने लगता है। कुछ गुस्सैल हो जाते है।

—  खर्राटे snorring की समस्या से ग्रस्त लोगों को सिर दर्द अधिक परेशान करता है।

—  जो लोग अधिक आवाज के साथ हमेशा खराटे लेते है। उनके यौन सम्बन्ध प्रभावित हो सकते है।

खर्राटों से बचने के तरीके – How to stop snoring

kharrate band karne ke tareeke

— यदि आप मोटापे से ग्रस्त हो तो वजन कम करने से गले में जमा फैटी टिशू कम होंगे इससे खर्राटे भी कम हो जायेंगे। वजन कम करने के लिए की गई एक्सरसाइज से गले की मांसपेशियां भी मजबूत होती है जिससे खर्राटे कम होते है।

—  सिगरेट पीने से नाक व गले की झिल्ली में जलन और सूजन आकर खराटे को बढ़ा देती है। स्मोकिंग बंद करने से खर्राटे आने कम हो जाते है। रात को सिगरेट आदि बिल्कुल ना लें। सिगरेट आदि नशे से मुक्ति के उपाय जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

—  सोने से पहले शराब नहीं पीनी चाहिए और नींद की गोलियां भी नहीं लेनी चाहिए। इससे गले में अंदर के टिशू ढ़ीले होकर अधिक लटक जाते है। नींद की गोली आवश्यक हो तो डॉक्टर से खर्राटे के बारे में विचार विमर्श कर लेना चाहिए।

—  सर्दी जुकाम के कारण नाक बंद हो तो जुकाम का इलाज करना चाहिए। एलर्जी के कारण जुकाम होता हो तो एलर्जी वाली चीजों से बचना चाहिए। पालतू जानवरों को बैडरूम में नहीं आने देना चाहिए।

कमरे में डस्ट माइट ना हों इसके उपाय कर लें। डस्ट माइट एलर्जी का बहुत बड़ा कारण होते हैं। डस्ट माइट के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

—   सूखी हवा ( dry air ) गले और नाक में सूखापन पैदा करके खर्राटे की समस्या बढ़ा सकते है। इससे बचें।

—   सोते समय सिर थोड़ा ऊपर रखने से खर्राटे कम हो जाते है। बाजार में खर्राटे कम करने वाले तकिये भी मिलते है जो गले को ऐसी स्थिति में रखते है की खराटे kharate कम आवें।

—  पीठ के बल सोने की आदत बदलें। करवट लेकर सोएं। नींद में पीठ के बल होने से बचने के लिए कुछ ऐसी व्यवस्था कर लें की पीठ के बल आते ही पता चल जाये। जैसे एक टेनिस बॉल नाईट ड्रेस के पीछे लगा दें।

—  खर्राटे बंद करने के लिए डेंटिस्ट से मुँह में रखकर सोने की डिवाइस बनवा लें। इसे मुँह में रखकर सोने से खराटे नहीं आते। बाजार में भी इस तरह की डिवाइस मिल जाती है।

खर्राटे

—  गले के अंदर की मांस पेशियों के लिए कुछ विशेष एक्सरसाइज करने से खर्राटों से मुक्ति मिल सकती है। इन्हे सीखकर करने से खर्राटे कम हो सकते है।

—  बहुत ज्यादा थकान होने के बाद सोते है तो खराटे आने की सम्भवना बढ़ जाती है। क्योकि इससे गले की मसल्स फ़्लॉपी हो जाती है।

—  पानी खूब पीना चाहिए इससे नाक और गले में सूखापन नहीं होता और खर्राटे कम आते है।

खर्राटे कम करने का घरेलु नुस्खा

किसी कारण से गले में सूजन या जुकाम के कारण खर्राटे आते है तो आधा गिलास पानी में रसोई में काम आने वाला हल्दी पाउडर , दारू हल्दी का पाउडर और आमी हल्दी का पाउडर ये सब एक एक चुटकी डालकर उबाल लें।

इसे छानकर गुनगुना चुस्की लेते हुए पियें। इससे गले में दर्द , खराश ,सूजन आदि में भी आराम आता है और खर्राटे आने की परेशानी कम होती है।

इन्हें भी जानें और लाभ उठायें :

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