पेट में कीड़े Pet me kide आंतों में आकर विकसित होने वाले कीड़े होते है। इन्हें कृमि Krami या वर्म Worms कहते है। ये कई प्रकार के होते है जिसमे से मुख्यतः गोल कृमि Round worms , फीता कृमि – Tape टेप वॉर्म , पिन कृमि -Pin worms , व्हिप वॉर्म , हुक वॉर्म आदि होते है।
इनके फैलने का मुख्य कारण मिट्टी होती है। इंसान या जानवरों के मल साथ ये मिट्टी में पहुँचते है। जहाँ से किसी दूसरे इंसान या जानवर के पेट में जाकर वहाँ फलते फूलते है और अंडे देते है ।
पेट में कीड़े होने के कारण बच्चों में खून की कमी , कुपोषण , कमजोरी , एकाग्रता में कमी आदि प्रभाव हो सकते हैं।भारत में बच्चे , विश्व में सबसे ज्यादा पेट में कीड़े होने की परेशानी से ग्रस्त हैं।
इससे निजात पाने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा सम्पूर्ण भारत में अभियान चलाया जाता है। इसमें राष्ट्रिय कृमि मुक्ति दिवस National Deworming Day के रूप में 8 फरवरी को छोटे बच्चों को दवा दी जाती है।
सरकारी स्कूल , सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल तथा आंगनबाड़ी केंद्र आदि में पेट में कृमि के लिए यह दवा निशुल्क दी जाती है। इसका लाभ अवश्य लेना चाहिए और बच्चों को दवा जरूर पिलानी चाहिए।
पेट में कीड़े होने के लक्षण – Worms Symptoms
पेट के कीड़े शरीर में कई प्रकार की परेशानी पैदा कर सकते है। पेट में कीड़े के कारण होने वाली परेशानियों में कुछ इस प्रकार है :
— पेट में दर्द
— दस्त
— उलटी या जी घबराना
— गैस
— आंव और रक्त वाले दस्त पेचिश
— गुदा के आस पास जलन , खुजली
— मुंह से बदबू आना
— नींद पूरी नहीं हो पाना
— थकान
— वजन कम हो जाना
— अक्सर सिरदर्द होना
— पैरों में दर्द होना
— पौष्टिक भोजन के बाद भी कुपोषित रहना
— नींद में बच्चे का उछलना
— मल के साथ कीड़े निकलना
— हर समय भूख लगते रहना
— नींद में दांत किटकिटाना या दांत पीसना
— चेहरे पर सफ़ेद धब्बे बनना
यदि कोई विशेष कारण नहीं होते हुए भी ये परेशानियां महसूस होती है तो हो सकता है कि पेट में कीड़े हों। ऐसी स्थिति में स्टूल टेस्ट यानि पोटी की जाँच करवा लेने से पता चलता है कि पेट में कीड़े है या नहीं। कभी कभी ये कीड़े वर्षों तक पेट में बने रह सकते है , जिसका लक्षण प्रकट नहीं होने के कारण पता भी नहीं चलता।
पेट में कीड़े होने का कारण – Cause of Intestinal Worm
— किसी तालाब , पोखर ,बांध आदि के पानी में या उसके आस पास की मिट्टी में पशुओं या इंसानो के द्वारा मल त्याग के कारण इस प्रकार के कीड़ों के अंडे या लार्वा वहाँ हो सकते है। ऐसा पानी पीने से या ऐसी मिट्टी में नंगे पैर घूमने , बच्चों के मिट्टी में खेलने से या मिट्टी से सने गंदे हाथों से कुछ खाने से अंडे पेट में चले जाते है।
फिर ये अंडे आँतों में चिपक कर लार्वा में और फिर वयस्क कीड़े में विकसित हो जाते है। वहाँ ये वयस्क कीड़े अंडे दे देते है जो मल के साथ निकल कर किसी अन्य व्यक्ति को अपना शिकार बना सकते है।
— गली में घूमने वाले पशु या जानवर जैसे कुत्ते , बिल्ली , गाय , सूअर आदि मल त्याग कर देते है। गली की मिट्टी में इस प्रकार के कीड़ों के अंडे या लार्वा हो सकते है। बच्चों के इस मिट्टी में खेलने या उस मिट्टी से सने हाथ से खाना खाने से पेट में कीड़े हो सकते है।
— कभी कभी पानी की पाइप लाइन जमीन के नीचे क्रेक हो जाती है और सीवरेज का पानी इसमें चला जाता है। यह कई प्रकार की बीमारियों का कारण बनता है जिसमे पेट में कीड़े हो जाना भी है। कृपया ध्यान दें : किसी भी लाल रंग से लिखे शब्द पर क्लिक करके उसके बारे में विस्तार से जान सकते है।
— कुछ लोग सीवरेज के निकास के लिए कच्ची कुई खुदवा लेते है। इस कुई का पानी आस-पास के कुए या बोरिंग के पानी में जा सकता है। ऐसा पानी पीने से पेट में कीड़े हो सकते है।
— मांसाहार करने वाले व्यक्ति को मांस के कारण पेट में कीड़े की समस्या हो सकती है ,यदि मांस सही तरीके से पकाया ना गया हो या कच्चा खा लिया जाये। कभी कभी आंतो के ये कीड़े शरीर में दूसरी जगह भी फ़ैल जाते है।
— मच्छर मक्खी आदि के कारण इन कीड़ों के अंडे खाने पीने की खुली चीजों पर पहुँच सकते है। ऐसी चीजें खाने से पेट में कीड़े हो सकते है।
— यौन संबंधों में गुदा का उपयोग करना इन कीड़ों के फैलने का कारण बन सकता है।
— लेट्रिन जाने के बाद हाथों को साबुन से अच्छी तरह नहीं धोने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में जा सकते है।
— घर में रखे जाने वाले पालतू कुत्ते या बिल्ली को बाहर घुमाने या सुसु पोटी कराने ले जाने के बाद साफ सफाई का ध्यान नहीं रखने पर उनके द्वारा ये कीड़े लग सकते है।
पेट के कीड़े मिटाने के घरेलु नुस्खे
Gharelu Nuskhe For Intestinal Worms
अजवायन
अजवायन का उपयोग पेट के कीड़े और गैस , पेटदर्द के लिए बहुत कारगर उपाय है। इसमें मौजूद थाइमोल नामक तत्व में कीड़ों को नष्ट करने की प्रकृति होती है।
— सुबह पहले दस ग्राम गुड़ खाएं। पंद्रह बीस मिनट बाद अजवायन का चूर्ण आधा ग्राम पानी से फांक लें। इस तरह तीन दिन लें। यह मात्रा बच्चो के लिए है। बड़ों के लिए गुड़ 25 ग्राम और अजवायन पाउडर आधा चम्मच लेना चाहिए।
— छाछ में अजवाइन का पाउडर मिलाकर कुछ दिन पीने से पेट के कीड़े नष्ट हो जाते है।
अनार के पेड़ की छाल
अनार की पेड़ की छाल में पाया जाने वाला प्यूनिसिन नामक तत्व पेट के कीड़ों के लिए विष का काम करता है। अतः यह पेट के कीड़ों की रोकथान में बहुत कारगर साबित होता है।
— एक कप पानी में अनार के पेड़ की छाल का लगभग दो इंच का टुकड़ा डाल कर उबालें। जब पानी आधा रह जाये तो आंच से उतार लें। ठंडा होने पर पियें। यह दिन में दो – तीन बार एक सप्ताह तक लें ।
इसके साथ ही रेशे युक्त आहार या केले लेते रहें ताकि आँतें साफ हो जाएँ। इस प्रकार सभी प्रकार के कीड़े नष्ट होकर बाहर निकल जाते है। बच्चों के लिए इसे कम मात्रा में दें।
— अनार खाने से या अनार का जूस पीने से भी पेट के कीड़ों से बचाव होता है।
बायबिडंग
— पंसारी से 20 ग्राम बायबिडंग लाकर पीस लें। इसमें पाँच चम्मच शहद मिलाकर कांच की बोटल में भर कर रख लें। इसमें से रोजाना सुबह आधा चम्मच खाकर ऊपर से गुनगुना पानी पी लें। 5 -7 दिन लेने से सभी प्रकार के पेट के कीड़े मिट जाते है।
सनाय की पत्तियां
— सनाय जिसे सोनामुखी या स्वर्णमुखी भी कहते है इसकी पत्तियां तथा फली आयुर्वेदिक उपचार में काम आती है। यह पेट साफ करती है। सनाय की आठ दस पत्तियां रात को आधा गिलास पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट यह पानी छानकर पी लें। यह पानी एक सप्ताह तक लेने से पेट के कीड़े मिट जाते है।
लहसुन
लहसुन किसी भी प्रकार के पेट के कीड़ों को निकाल सकता है। लहसुन में सल्फर युक्त एमिनो एसिड होते है जो पेट के कीड़ों के लिए दवा का काम करता है। इसके अलावा लहसुन का एंटीबैक्टिरियल , एंटी फंगल और एंटीसेप्टिक गुण शरीर से रोगाणुओं को मिटाने में सक्षम है।
— कच्चे लहसुन की दो तीन कलियाँ एक सप्ताह तक सुबह खाली पेट लेने से हर प्रकार के पेट के कीड़े मिटते है।
— आधा कप दूध में दो लहसुन की कली कूट कर उबाल लें और इसे गुनगुना पी लें। यह सुबह खाली पेट एक सप्ताह तक पीना चाहिए।
पपीते के बीज
पपीते के बीज भी पेट के कीड़े मिटाने के लिये उपयोग में लाये जा सकते है। पपीते के बीज में कैरिसिन नामक तत्व पाया जाता है जो कीड़ों को पेट से बाहर निकाल देता है।
— पपीते के बीज 8 -10 लेकर पीस लें। इसे पानी के साथ फांक लें। इस तरह सुबह खाली पेट 5 -7 दिन लेने से पेट के कीड़े मिट जाते है।
— पपीते के बीज को पीस कर शहद में मिलाकर लेने से भी कीड़े निकल जाते है।
कददू के बीज
कददु के बीज में एक विशेष तत्व होता है जो पेट के कीडों को निष्क्रिय बनाने में सक्षम होता है। जिसके कारण कीड़े आँतों की दीवार पर चिपके नहीं रह पाते और बाहर निकल जाते है।
— एक चम्मच छिलका निकले हुए कददू के बीज पीस कर एक कप पानी में उबाल लें। इसे ठंडा होने पर पियें। इसे तीन दिन लगातार लें। इससे पेट के कीड़े निकल जाते है।
— कददू के पिसे हुए बीज शहद के साथ मिलाकर सुबह खाली पेट पाँच सात दिन लेने से कीड़े नष्ट हो जाते है।
कच्चा पपीता
— चार चम्मच गर्म पानी में एक चम्मच कच्चे पपीते का दूध और एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह खाली पेट पी लें। इसके दो घंटे बाद एक गिलास गुनगुने दूध में दो चम्मच कैस्टर ऑइल मिलाकर पी लें। इस प्रकार तीन दिन लेने से पेट के कीड़े मिट जाते है।
गाजर
सुबह खाली पेट कुछ दिन लगातार गाजर खाने से पेट के कीड़े बाहर निकल जाते है तथा दुबारा कीड़ों के पैदा होने से बचाव होता है। यदि किसी ऐसी जगह रहते हो , या इस तरह का खानपान हो जिसके कारण पेट में कीड़े होने की सम्भावना हो तो नियमित रूप से गाजर खानी चाहिए।
टमाटर
— दो पके लाल टमाटर को काट लें। इस पर काली मिर्च और सेंधा नमक बुरकर खा लें। इसके दो घंटे पहले और दो घंटे बाद तक कुछ खाएं पिए नहीं। पानी ले सकते है। चार पाँच दिन इस प्रकार टमाटर खाने से पेट के कीड़े निकल जाते है।
नारियल
नारियल पेट के कीड़ों को मिटाने के लिए कारगर होता है।
— कसा हुआ नारियल एक चम्मच खाने के दो घंटे बाद एक गिलास गुनगुने दूध में दो चम्मच कैस्टर ऑइल डालकर पीने से पेट के कीड़े निकल जाते है।
अरंडी के पत्ते
अरंडी के ताजा पत्ते को पीस लें। यह आधा चम्मच लेकर आधे गिलास पानी में घोलकर पी लें। इससे पेट के कीड़े नष्ट होते है।
करेले का रस
एक गिलास छाछ में एक चम्मच करेले का रस मिलाकर कुछ दिन लगातार लेने से पेट के कीड़े मिटते है।
एलो वेरा जूस
ग्वारपाठा Aloe Vera को पानी में उबाल कर इसका जूस बना लें। यह जूस कुछ दिन लेने से पेट के कीड़े मिट जाते है।
पेट में कीड़े होने पर क्या खायें और क्या नहीं खायें
Pet me kide ho to kya khaye
— मीठी चीजें या अधिक कार्बोहाइड्रेट वाली चीजें न लें। शहद ले सकते है।
— गरिष्ठ भोजन , बासी खाना न खाएं ,
— टॉफी चॉकलेट आदि न लें।
— लहसुन , कददू के बीज , अनार , चुकन्दर , गाजर खाने चाहिए।
— अधिक फाइबर युक्त आहार लें। रेशे कीड़ों को पेट में टिकने नहीं देते।
Pet me kide hone ke Karan ?